कानपुर, गौरव आर्य : केडीए में घूसखोरी के मामले सामने आने के बाद कार्रवाई शुरू हो गई है। केडीए उपाध्यक्ष ने तीन दिन पहले डेढ़ लाख रुपये घूस मांगने के आरोप में बाबू विकास भारती को निलंबित किया था। अब रजिस्ट्री की फाइल छह माह तक दबाए रखने वाले बाबू अतुल सोनकर को निलंबित कर दिया गया। विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष मदन सिंह गर्ब्याल ने बताया कि आरोपी जोन-3 के विशेष कार्याधिकारी अजय कुमार सिंह के खिलाफ अलग से जांच कराई जाएगी। 27 जून को नीरज गुप्ता ने जिलाधिकारी को 30 हजार रुपये का चेक के साथ प्रार्थनापत्र दिया था।
उसने केडीए जोन-3 के अंतर्गत मकान नंबर 3/49 एलआईजी डी/एस भूतल योजना बर्रा-6 योजना के निबंधन के लिए 30 हजार रुपये घूस मांगने का आरोप लगाया था। कहा था कि अब इस घूस से उसकी रजिस्ट्री करा दी जाए। डीएम के निर्देश पर केडीए उपाध्यक्ष ने जोन-3 के विशेष कार्याधिकारी अजय कुमार सिंह से रिपोर्ट तलब की। रिपोर्ट के अनुसार, योजना लिपिक अतुल सोनकर 23 दिसंबर 2024 से 16 जून तक फाइल दबाए रहे। वीसी ने कहा कि अतुल सोनकर को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश दे दिया गया है। इस प्रकरण की जांच मुख्य नगर नियोजक मनोज कुमार को सौंपी गयी है।
फाइल दबी तो विभागाध्यक्ष होंगे जिम्मेदार
केडीए उपाध्यक्ष मदन सिंह गर्ब्याल ने सभी विभागाध्यक्षों को अपने विभाग से संबंधित सभी फाइलों की प्रगति की समीक्षा करने और समयबद्ध तरीके से कार्यवाही करने के निर्देश दिए। फाइल लंबे समय तक दबी तो संबंधित विभागाध्यक्ष को जिम्मेदार माना जाएगा।