जौनपुर(खुटहन ), आर.एन.दुबे : साउथ की फिल्म देखने में ज्यादा रुचि रखती है खुटहन पुलिस ? तभी तो कहानियां रचने में महारत हासिल है। पुलिस का कार्य है क्षेत्र में शांति व्यवस्था कायम रखे अपराध मुक्त, भय मुक्त क्षेत्र के लिए सदा तत्पर रहना किंतु यहां तो ढोल में पोल ही नजर आ रहा है क्युकी जिन अपराधियों को पकड़ने का दावा पुलिस करती चली आ रही है।
वास्तव में उसको ग्रामीणों ने स्वयं पकड़ा था और पुलिस के हवाले कर दिया था। चाहे वह 27 जनवरी को सर्राफा व्यवसाई से लूट की घटना हो जिसमे भागते हुए चार लुटेरों में से एक को धर दबोचा था और लहूलुहान कर के पुलिस के हवाले कर दिया था। गौरतलब है कि उक्त घटना का वीडियो भी बहुत तेजी से वायरल हुआ था इसके बावजूद पुलिस ने मामले में चारो को अज्ञात मानकर लूट का मुकदमा कायम किया था।
इसी प्रकार विगत रविवार को जमुनिया में भी मारपीट में हुई महिला की मौत मामले में भी आरोपी को ग्रामीणों ने ही पकड़ कर पुलिस के हवाले किया था।लेकिन यहां भी पुलिस ने घटना के दूसरे दिन गैर इरादतान हत्या का मुकदमा दर्ज कर बिशुनपुर बाजार से आरोपित की गिरफ्तारी को दर्शा दिया था।
उपरोक्त तमाम घटनाए अपने आप में पुलिसिया कार्यवाही पर एक बड़ा प्रश्नचिन्ह खड़ा करती हैं जहा ग्रामीणों द्वारा अगर कोई बहादुरी का कार्य किया गया अपनी जान जोखिम में डाल कर लुटेरे को पकड़ा गया तो पुलिस को चाहिए था कि दो शाबासी के शब्द ही ग्रामीणों को कह देते लेकिन अपने आका को खुश करने के चक्कर में खुद को अच्छा दिखाने की ज्यादा जरूरत उनको समझ में आती है।