कुल्लू , संवाददाता : जिला के बंजार उपपमंडल की नोहांडा पंचायत के गांव झनियार में भीषण अग्निकांड हुआ है। सोमवार दोपहर करीब 1:30 लगी आग से पूरा गांव इसकी चपेट में आ गया है। इसमें करीब 16 घर और चार गोशालाएं जलकर राख हो गए हैं। इसके अलावा देवता देवता वीमू नाग व जोगनी माता के दो मंदिर में भी जलकर राख हुए। वहीं एक बछड़ा भी जिंदा जल गया है।
घटना में 17 परिवारों के 100 लोग बेघर हो सड़क से करीब तीन से चार किमी दूर गांव होने से अग्निशमन विभाग के वाहन मौके पर नहीं पहुंच पाए। आग से पूरे गांव में अफरा तफरी व चीख पुकार मची रही। सर्दी के मौसम में हुए अग्निकांड में काष्ठकुणी शैली के 16 मकान धू-धूकर जलकर राख हो गए हैं। इस दौरान तेज हवाएं भी चल रही थी, जिसने आग को तेजी से फैलने में घी का काम किया और देखते ही देखते एक घर के बाद दूसरे घर में आग लगती रही। आग से 4.20 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।गए हैं।
आग की लपटें उठता देख गांव के लोग भी घटनास्थल की ओर दौड़े
घटना में 70 से अधिक लोग बेघर हो गए हैं। आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है।जानकारी के अनुसार सोमवार को दोपहर डेढ़ बजे झनियार गांव के कैलाश चंद पुत्र केहर सिंह की दो मंजिल गोशाला (पड़ाछा) में अचानक आग लगी। इसके बाद तेज भड़कती आग ने साथ लगते रिहायशी मकानों को अपनी चपेट में ले लिया और देखते ही देखते आग ने भयानक रूप धारण कर लिया।
आग की लपटें उठता देख गांव के लोग भी घटनास्थल की ओर दौड़े। लेकिन काष्ठकुणी शैली के बने मकान एक-दूसरे मकान से सटे होने से पूरा गांव को आग ने अपनी चपेट में लिया। आग इतनी तेजी से फैल रही थी कि कई लोगों को घरों से सामान निकालने का भी समय नहीं मिल पाया। हालांकि ऊपर की तरफ वाले मकान के परिवारों ने जैसे-तैसे सामान व अपने मवेशियों को बाहर निकाला। घटना दिन के समय हुई है अन्यथा जानमाल को बड़ा नुकसान हो सकता था। भीषण आग ने जब मकानों को अपनी तेज लपटों की चपेट में लिया तो मंजर भयानक व रौंगटे खड़े करने वाला था। चीख पुकार के बीच आसपास गांव के लोग भी घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। आग की सूचना दमकल को भी दी गई, लेकिन सड़क के अभाव से वह भी बेबस नजर आए।
आग की सूचना मिलने के बाद बंजार के एसडीएम पंकज शर्मा अपनी प्रशासनिक टीम के साथ कई किमी पैदल चलकर गांव पहुंचे और आग से हुए नुकसान का आकलन किया गया। कहा कि प्रभावित लोगों को राहत राशि सहित अन्य सामान दिया गया है। झनियार गांव में आग की भीषण घटना के बाद चारों तरफ सन्नाटा पसर गया है। डीएसपी बंजार शेर सिंह ने कहा कि आग कैसे लगी पुलिस इसकी जांच कर रही है।
विधायक शौरी ने पीड़ितों को ढांढस बंधाया
झनियार गांव में हुए भीषण अग्निकांड की मजिस्ट्रेट जांच की जाएगी। एसडीएम बंजार पंकज शर्मा ने तहसीलदार बंजार नीरज शर्मा को गांव में लगी आग की जांच करने के आदेश दिए हैं। वह सात दिन के भीतर इसकी रिपोर्ट सौंपेंगे। जिसमें आग लगने के कारणों का पता चल कसेगा। उन्होंने लोगों से अपील की है कि घास के पड़ाछों को गांव से दूर बनाए ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
जिले की बंजार घाटी के झनियार गांव में लगी भीषण आग को काबू पाने के लिए पांच घंटे का समय लगा है। लकड़ी के बने काष्ठकुणी शैली के मकानों में भड़की भीषण आग को काबू पाने के लिए अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों के साथ आसपास गांव के सैकड़ों लोगों को मशक्कत करनी पड़ी है। दोपहर 1:30 बजे लगी आग पर शाम करीब 6:30 बजे के आसपास काबू पाया गया। वही आग की सूचना के बाद स्थानीय विधायक सुरेंद्र शौरी भी गांव पहुंचे और नुकसान का जायजा लेकर प्रभावित परिवारों को ढांढस बंधाया। कहा कि यह ह्रदय विदारक घटना में हमारी दुर्गम पंचायत नोहांडा का झनियार गांव पूरी तरह आग में समा गया है। शाौरी ने कहा कि पीड़ा की इस घड़ी में वह ग्रामीणों के साथ खड़े हैं।
