नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क : गल्फ एयर की उड़ान में तकनीकी खराबी के चलते 60 भारतीय रविवार को कुवैत अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर 13 घंटे से ज्यादा समय तक फंसे रहे। गल्फ एयर का यह विमान मुंबई से मैनचेस्टर जा रहा था। तकनीकी खराबी के बाद उड़ान को कुवैत की ओर डायवर्ट कर दिया गया।
इंटरनेट पर बयां किया दर्द तो दूतावास ने की मदद
यात्रियों ने इंटरनेट मीडिया पर अपनी परेशानियां बयां की, जिसके बाद कुवैत में भारतीय दूतावास के वरिष्ठ अधिकारी हवाईअड्डे पर फंसे भारतीय यात्रियों की मदद की। भारतीय दूतावास के अधिकारी जल्द से जल्द वैकल्पिक उड़ान की व्यवस्था करने के लिए एयरलाइन के साथ बातचीत कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया जिसमें गल्फ एयर के यात्री एयरपोर्ट अधिकारियों से बहस करते हुए दिखाई दे रहे हैं। यात्रियों ने आरोप लगाया कि उन्हें परेशान किया गया और एयरलाइन द्वारा केवल यूरोपीय संघ, यूके और यूएस के यात्रियों को ही आवास दिया गया। उन्होंने भारतीय, पाकिस्तानी और अन्य दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के पासपोर्ट रखने वालों के खिलाफ पक्षपात और उत्पीड़न का आरोप लगाया।
आरजू सिंह नामक एक यात्री ने एनडीटीवी को बताया कि उन्होंने कम से कम लाउंज एक्सेस के लिए कहा, लेकिन एयरपोर्ट अधिकारियों ने कोई जवाब नहीं दिया। अधिकारियों ने कहा कि ‘यदि आप भारतीय और पाकिस्तानी पासपोर्ट धारक नहीं हैं, और ट्रांजिट वीजा के लिए पात्र हैं, तभी हम आपको बाहर होटल में रख सकते हैं।’
यात्री ने जब पूछा कि हमारे बारे में क्या, जो लोग ‘पात्र’ नहीं हैं? उन्होंने कहा कि हम आपसे संपर्क करेंगे। आरजू ने कहा कि हम लगभग दो घंटे तक अधिकारयो से पूछते रहे, उसके बाद ही हमें लाउंज में जाने का अवसर मिला। हमने कंबल मांगे, हमने खाना मांगा। उन्होंने नहीं दिया। पहले चार घंटों तक किसी ने हमें पानी तक भी नहीं दिया।
दूतावास ने भारतीयों को लाउंज में ठहराया
कुवैत में भारतीय दूतावास ने एक्स पर पोस्ट में कहा कि दूतावास की एक टीम यात्रियों की सहायता करने और एयरलाइन के साथ समन्वय करने के लिए हवाई अड्डे पर है, यात्रियों को दो हवाई अड्डे के लाउंज में ठहराया गया है।
यात्री सुश्री सिंह ने कहा कि मैंने देखा कि इंजन में आग लगी हुई थी। धुआं निकल रहा था। लैंडिंग के बाद, हमने उनसे कई बार कहा कि कम से कम हमें बैठने के लिए जगह तो दे दें। सभी लोग फर्श पर बैठे थे।