कोटद्वार, संवाददाता : सनेह क्षेत्र के अंतर्गत लालपानी के रामपुर इलाके में पिछले एक सप्ताह से हाथी की दहशत बनी हुई है। बृहस्पतिवार रात एक हाथी ने काश्तकारों की मेहनत से तैयार की गई धान की फसल पूरी तरह रौंद डाली। प्रभावित काश्तकारों ने वन विभाग से क्षेत्र में वन कर्मियों की गश्त बढ़ाने और उन्हें फसल की क्षति का मुआवजा देने की मांग उठाई है।
काश्तकार भीमेंद्र सिंह पंवार ने बताया कि शाम ढलते ही हाथी आबादी क्षेत्र में धमक रहा है। बृहस्पतिवार रात को भी हाथी रात को करीब एक बजे आबादी क्षेत्र में घुस गया। इस दौरान हाथी ने उनकी छह बीघा में तैयार धान की फसल रौंद डाली। कहा कि वह धान की कटाई की तैयारी में थे। इससे पहले हाथी उनकी पूरी फसल नष्ट कर डाली।
हाथी ने मीना भट्ट की एक बीघा और बॉबी उनियाल की पौन बीघा धान की फसल को भी नुकसान पहुंचाया है। कहा कि जब वह सुबह उठे, तो धान की पूरी फसल चौपट थी। कहा, सुरक्षा दीवार व सोलर फेंसिंग भी जगह-जगह क्षतिग्रस्त है, जिससे हाथी आबादी क्षेत्र में घुस रहा है। उन्होंने वन विभाग से क्षेत्र में उन्हें फसल की क्षति का मुआवजा देने, वनकर्मियों की गश्त बढ़ाने,और क्षतिग्रस्त हाथी सुरक्षा दीवार और सोलर फेंसिंग की मरम्मत कराने की मांग उठाई है।
वन क्षेत्राधिकारी कोटद्वार रेंज, अजय ध्यानी ने बताया कि लालपानी क्षेत्र में हाथी द्वारा धान की फसल रौंदने की सूचना पर वनकर्मियों को मौके पर भेजा गया है। मौका मुआयने के बाद मुआवजे के लिए रिपोर्ट तैयार कर उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी। क्षेत्र में वनकर्मियों की गश्त भी बढ़ा दी गई है।