उज्जैन,संवाददाता : सावन और अधिकमास के चलते महाकाल मंदिर के गर्भगृह में आम श्रद्धालुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया था। अब सावन मास खत्म हो चुका है, लिहाजा एक बार फिर से महाकाल मंदिर की दर्शन व्यवस्था में जल्द बदलाव होने जा रहा है।
मंदिर प्रबंध समिति की आज बैठक
सावन व अधिकमास के साथ महाकाल की सवारियां निकालने के बाद महाकाल के गर्भगृह में आम भक्त जनो का प्रवेश कब से शुरू होगा इसे लेकर संभवत: मंदिर प्रबंध समिति की आज गुरुवार को डीएम की अध्यक्षता में बैठक होगी।
यह बैठक आज शाम 6:00 बजे रखी गई, जिसमे मंदिर से जुड़े अन्य प्रमुख विषयों पर भी चर्चा की जाएगी। बता दें, महाकाल मंदिर के गर्भगृह में आम लोगों का प्रवेश प्रतिबंधित है। श्रावण व अधिकमास के चलते समिति ने प्रवेश बंद कर दिया था। दो माह से बाहर से ही दर्शन हो रहे थे। मंदिर प्रबंध समिति की 25 जून को हुई बैठक में 4 जुलाई से 11 सितंबर तक गर्भगृह में प्रवेश बंद का निर्णय लिया गया था।
श्रावण मास व अधिकमास खत्म हो गया। सभी सवारियों के साथ महाकाल की शाही सवारी भी निकल गई। इसको ध्यान में रखते हुए गुरुवार (14 सितंबर 2023) शाम 6:00 बजे महाकाल लोक के कंट्रोल रूम में मदिर प्रबंध समिति की बैठक रखी गई है, जिसमें गर्भगृह में प्रवेश कब से प्रारंभ किया जाए इस पर चर्चा के बाद निर्णय लिया जाएगा।
मंदिर में 100 फीट ऊंचा त्रिशूल लगाने का प्रस्ताव
बैठक में यह भी तय किया जायेगा कि गर्भगृह में केवल 750 रुपये की रसीद पर प्रवेश दिया जाए या सामान्यजनों को भी पूर्व की तरह प्रवेश भी शुरू किया जाए। बैठक में इस बात पर भी निर्णय किया जा सकता है कि प्रबंध समिति मंदिर में 100 फीट ऊंचा त्रिशूल लगाने वाली है उसके लिए कार्य कब से शुरू होगा। यह त्रिशूल ऐसा होगा कि मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को 4-5 किलोमीटर दूर से ही दिखाई देगा।
महाकाल के भक्त निवास का भी जल्द होगा भूमिपूजन
महाकाल मंदिर प्रबंध समिति द्वारा निर्मित होने वाले भक्त निवास का भूमिपूजन और नव निर्मित नि:शुल्क अन्नक्षेत्र का लोकार्पण संभवत 23 सितंबर को किया जा सकता है। इसका लोकार्पण केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में हो सकता है। शाह का 23 सितंबर को उज्जैन आने का कार्यक्रम प्रस्तावित है।