रायपुर, विकास साहू : भगवान श्रीराम की माता कौशल्या के एकमात्र मंदिर में दर्शन करने जाने के लिए श्रद्धालुओं को काफी समस्याओ का सामना करना पड़ रहा है। इसका कारण कौशल्या धाम जाने वाले मार्ग की हालत ख़राब होना है। दो वर्ष पहले जब प्राचीन कौशल्या मंदिर का जीर्णोद्धार करके कौशल्या धाम के रूप में विकसित किया गया। तब, चंदखुरी गांव के लोग खुश थे कि अब उनके गांव तक आने वाली सड़क की हालत सुधर जाएगी, लेकिन दो वर्ष बीतने के बावजूद सड़क नहीं बन पाई है और श्रद्धालु मिट्टी, धूल गड्ढा, पत्थरों से टकराते हुए मंदिर तक पहुंचते हैं। मंदिर की सुंदरता भले ही आकर्षित करती है, लेकिन मंदिर तक पहुंचने में जो कष्ट सहना पड़ रहा है, उससे श्रद्धालु दुखी हैं।
सड़क में गड्ढा, मिट्टी, पत्थर से दुर्घटना
नरदहा गांव के निवास करने वाले भारत भूषण केअनुसार कि माता कौशल्या के प्राचीन मंदिर का जब कायाकल्प किया गया तब मंदिर की खूबसूरती और बढ़ी तो रोजाना हजारों लोग मंदिर दर्शन करने आने लगे। गांव वालों को भी उम्मीद थी कि अब इलाके की सड़क की हालत भी सुधरेगी।
कुछ समय बाद विधानसभा रोड से चंदखुरी जाने वाले सड़क मार्ग बनाने की भी घोषणा की गई। सड़क बनाने का कार्य भी शुरू किया गया , लेकिन कार्य कछुवा की चाल की गति से चल रहा है कि यदि यही हालत रही तो सड़क बनने में कई वर्षो लग जाएंगे। जगह-जगह गड्ढा है, मिट्टी, पत्थर बीच सड़क पर बिखरा हुआ है। यहां से बाइक से गुजरने वाले भक्त आए दिन गड्ढों में गिरते रहते हैं।
कच्ची सड़क तो ठीक थी, अब हालत बदतर
मुनरेठी गांव के हिच्छाराम बताते हैं कि कौशल्या धाम प्रदेश की शान है। कौशल्या धाम के कारण ही चंदखुरी गांव काे विशेष पहचान मिलती है। मंदिर बनाने के पश्चात गांव के प्रत्येक व्यक्ति के मन में खुशी हुई थी, कि अब गांव की ओर आने वाली सड़क की स्थिति में सुधार होगा ।
ऐसा लगा था कि रायपुर से चंदखुरी गांव जाने में अब दो-तीन घंटे का समय नहीं लगेगा। आधे घंटे में गांव की सीमा से बाहर हो जाएंगे। स्थिति सुधरना तो दूर हालत और बदतर हो चुकी है। सड़क बनाने के नाम पर कच्ची सड़क को तोड़ा गया, लेकिन दो वर्ष हो गए, सड़क की हालत नहीं सुधर सकी।
कौशल्या धाम मंदिर के विकास का सपना अनेको गांव वाले देख रहे हैं, मंदिर के विकास में आगे रहने वाले साहित्यकार राजेंद्र वर्मा कहते हैं कि कौशल्या धाम प्रदेश के इतिहास में दर्ज हो गया है। भविष्य में देशभर से श्रद्धालु दर्शन करने आएंगे।