लखनऊ, शिव सिंह : एनबीएफजीआर, लखनऊ संस्थान ने महिलाओं को सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाने की मुहिम शुरू की है, इसी उद्देश्य को लेकर संस्थान ने मिशन नवशक्ति के अंतर्गत अनुसूचित जाति समुदाय की पचास महिलाओं के आजीविका सशक्तिकरण हेतु सजावटी मछलीघर पाठशाला कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम में चार स्वयं सहायता समूहों सरस्वती एसएचजी, गुरवा एसएचजी, अंबेडकर एसएचजी और एकता एसएचजी की अनुसूचित जाति समुदाय से पचास महिलाओं को गंगा एक्वेरियम और संस्थान परिसर में स्थित संग्रहालय का भ्रमण करने के साथ सजावटी मछली पालन की जानकारी दी गई।
एससीएसपी परियोजना के तहत मछलीघर निर्माण व विक्रय एवं मछली पालन में शिक्षण के द्वारा महिलाओं को आजीविका के अवसरों को सशक्त बनाना और बढ़ावा देना है साथ ही आर्थिक सशक्तिकरण के लिए मात्स्यिकी उद्यम के नए क्षेत्र में बहुमूल्य ज्ञान प्राप्त करना है।इस दौरान महिलाओं को नवाब वाजिद अली शाह जूलॉजिकल गार्डन का भी दौरा कराया गया,जहां उन्होंने महिलाओं द्वारा बनाए गए मछली घर को देखा। मछली घर को बनाए रखने वाली महिलाओं ने खुद को एक उदाहरण के रूप में दिखाकर समूह को प्रेरित किया कि यदि महिलाएं चाहें, तो वे सजावटी मछली पालन और उनका रखरखाव कर सकती हैं।
परियोजना का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को प्रशिक्षित करके एवं चार गांवों में प्रशिक्षित जनशक्ति का निर्माण करके बाराबंकी जिले के आसपास के गांवों की गतिशीलता को बदलना है।आईसीएआर-एनबीएफजीआर की एससीएसपी परियोजना के तहत कार्य का समन्वय डा० यू के सरकार निदेशक भाकृअनुप-रा०म०अनु०स०ब्यूरो एवं डा० पूनम जयंत सिंह, नोडल अधिकारी एससीएसपी परियोजना, रवि कुमार, अमित सिंह बिष्ट समेत उद्यमी प्रशिक्षक डा० सुरेश चंद्र व इंद्रमणि राजा द्वारा किया गया।