नई दिल्ली, स्पोर्ट्स डेस्क : मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में वर्षा से बाधित मुकाबले में गुजरात टाइटंस ने मुंबई इंडियंस को तीन विकेट से हराकर प्लेऑफ की ओर एक और कदम बढ़ा दिया। वर्षा के चलते मुकाबला दो बार रोका गया। पहली बार जब मुकाबला रुका तो 155 रन के लक्ष्य का पीछा कर रही गुजरात की टीम 14 ओवर में दो विकेट पर 107 रन बनाकर DLS के हिसाब से आठ रन आगे थी।
इसके बाद 18वें ओवर में फिर मुकाबला बरसात होने के कारण फिर से रोक दिया गया और इस बार गुजरात अपने 132 रनो पर छह विकेट आउट हो गए थे और वह डीएलएस के हिसाब से पांच रनो से पीछे थी, यानी अगर यह मुकाबला नहीं होता तो मुंबई पांच रन से मैच जीत लेती।
गुजरात को 19 ओवर में 147 रन का लक्ष्य मिला
बारिश रुकी और गुजरात को 19 ओवर में 147 रन का लक्ष्य मिला, लेकिन मुंबई की टीम ने आखिरी ओवर में ये मुकाबला गंवा दिया। आखिरी ओवर में रोमांच की हदें पार हुई। आइए जानते हैं अंतिम ओवर का रोमांच।
गुजरात की तरफ से अंतिम ओवर फेंकने दीपक चाहर आए और मुंबई की तरफ से राहुल तेवतिया (11*) और गेराल्ड कोएत्जे (12) क्रीज पर थे। तेवतिया ने पहली गेंद पर चौका लगाया और फिर एक रन लिया। अब टीम को चार गेंद पर 10 रन चाहिए थे और कोएत्जे ने तीसरी गेंद को छक्के के लिए भेजा। चाहर की यह गेंद नो बॉल हो गई और गुजरात तो फ्री हिट के साथ ही अब तीन गेंद में दो रन बनाने थे।
फ्री हिट पर एक रन ही बना। इसके बाद तेवतिया ने चौथी गेंद पर एक रन लिया और स्कोर बराबर हो गया। अब गुजरात को दो गेंद में एक रन की जरूरत थी, लेकिन चाहर ने कोएत्जे को आउट कर मैच में फिर रोमांच ला दिया। अंतिम गेंद पर गुजरात को एक रन चाहिए था, लेकिन अरशद ने गेंद को मिड ऑफ पर मारा और तेजी से रन भागे।
आखिरी गेंद पर पलट गयी बाजी… गिल के निर्णय ने कर दिखाया चमत्कार
गेंद तेजी से मिडऑफ पर खड़े हार्दिक के पास गई। पांड्या ने तेजी से गेंद लपकी और स्टंप्स पर थ्रो किया। उनका थ्रो चूक गया। अगर यह सटीक बैठता तो अरशद रन आउट होते और मैच टाई हो जाता, लेकिन पांड्या ने थ्रो के साथ मैच भी गंवा दिया। इस दौरान अगर वह स्टंप्स के पास खड़े सूर्यकुमार यादव को गेंद देते तो भी अरशद रन आउट हो जाते।