मेरठ , संवाददाता : मेरठ में बारिश के दौरान मकान और पेड़ गिर गए, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई। मुजफ्फरनगर में 94.4 मिमी बरसात हुई। बिजनौर में शहर की गली मोहल्लों से लेकर गांव तक पानी ही पानी दिखा। गंगा खतरे के निशान से महज 70 सेंटीमीटर दूर है।
भारी बारिश के कारण सोमवार को वेस्ट यूपी के जिलों में जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया। मेरठ में बारिश के दौरान मकान और पेड़ गिर गए, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई। मौसम विभाग ने आज भी भारी बारिश की संभावना व्यक्त की है। जिसको देखते हुए मेरठ और मुजफ्फरनगर डीएम ने कक्षा आठ तक के सभी स्कूलों की छुट्टी घोषित की है।
मेरठ के बहसूमा क्षेत्र में रहमापुर में बरसात के दौरान पेड़ गिरने से बाइक सवार लाला (38) निवासी अकबरपुर सादात और सलमान (35) निवासी नगला साहू थाना निवाड़ी जनपद गाजियाबाद की मौत हो गई। दौराला थाना क्षेत्र के अझोता गांव में तेज बारिश में कच्चा मकान गिरने से मलबे में दबकर 80 वर्षीय वृद्ध बालू की मौत हो गई। चार घंटे में ही शहर में 81 मिमी बारिश रिकाॅर्ड की गई। सुबह से ही भारी बरसात के कारण डीएम डॉ. वीके सिंह ने कक्षा आठ तक स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया। मंगलवार का भी डीएम ने स्कूलों में अवकाश घोषित किया है।
मुजफ्फरनगर में 94.4 मिमी बरसात हुई। पेड़ सड़कों पर गिर जाने से वाहनों के पहिए थम गए। घरों, दफ्तरों और बाजारों में जलभराव हुआ। बिजली आपूर्ति बाधित रही। स्कूलों की छुट्टी कर दी गई। बिजनौर में शहर की गली मोहल्लों से लेकर गांव तक पानी ही पानी दिखा। गंगा खतरे के निशान से महज 70 सेंटीमीटर दूर है। सोमवार शाम चार बजे बैराज पर जलस्तर 219.30 मीटर और पानी 165715 क्यूसेक रहा। वहीं, शामली में 51 मिमी बारिश हुई। थानाभवन क्षेत्र में कच्चे मकान की छत गिरी है। बारिश होने से खेतों में पानी भर गया, जिससे सब्जी की फसलों को नुकसान होने की आशंका है। बागपत जिले में हल्की बूंदाबांदी हुई।