नई दिल्ली, एनएआई : नौसेना के लिए 26 राफेल मरीन लड़ाकू विमान की खरीद के लिए भारत सरकार फ्रांस के साथ मोलभाव कर रही है। 50 हजार करोड़ रुपये से अधिक के सौदे के लिए इन दिनों भारतीय अधिकारियो और फ्रांस सरकार के अधिकारियों के साथ दूसरे दौर की बातचीत चल रही है।
भारत सस्ते में खरीदना चाहता
यह बातचीत दो हफ्ते चलने की उम्मीद है। इसमें लड़ाकू विमानो की मूल्य को लेकर काफी हद तक अंतिम निर्णय हो जाएगा। फ्रांस की तरफ से इस सौदे के लिए 50 हजार करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि मांग रहे हैं जबकि भारत इसे 50 हजार करोड़ से कम धनराशि में ही क्रय करना चाहता है। इस सौदे में विमानों को हथियारों के साथ लिया जाना है। प्रत्येक लड़ाकू विमान में कई तरह की मिसाइलें लगाई जाएंगी। जिसमे भारत की हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल भी लगेगी ।
इस वार्ता से पहले नौसेना के विमानवाहक पोत पर राफेल मरीन विमानों के उतरने और उड़ान भरने की क्षमता को मापा गया है। इन प्रक्रियाओं को श्रेष्ठ करने के लिए विमानों में अलग से भी कुछ उपकरण भी लगाए जाएंगे।
इसके अरिरिक्त दो इंजनों वाला यह लड़ाकू विमान पूर्व में वायुसेना के लिए खरीदे गए विमान से ज्यादा क्षमता वाले है लेकिन नए विमानों के लिए बेस प्राइस पूर्व में लिए गए विमानों वाला ही निर्धारित किये गए है। नए विमान भारत के दोनों विमानवाहक युद्धपोतों पर तैनात होंगे।