एनएसई की गवर्निंग बोर्ड पर अध्यक्ष की नियुक्ति

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नई दिल्ली, न्यूज़ डेस्क : पब्लिक इंटरेस्ट डायरेक्टर, श्री श्रीनिवास इंजेटी को आज से नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ़ इंडिया लिमिटेड (एनएसई) के गवर्निंग बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति सेबी (एसईबीआई) की मंजूरी से की गई है।एनएसई का बोर्ड और प्रबंधन, सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी श्री श्रीनिवास इंजेटी का स्वागत करता है, जो एनएसई के गवर्निंग बोर्ड के अध्यक्ष हैं।

श्री श्रीनिवास इंजेटी, सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी (1983 बैच), कॉरपोरेट रेग्युलेशन, वित्तीय सेवाओं, सुशासन और सार्वजनिक नीति में चार दशकों से अधिक का नेतृत्व अनुभव साथ लाते हैं। उन्होंने 2017 से 2020 तक कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय में केंद्र सरकार के सचिव के रूप में कार्य किया। इस दौरान उन्होंने इन्सॉल्वेंसी लॉ, कम्पटीशन लॉ और कंपनी लॉ में सुधार किए। उनके नेतृत्व में एनएफआरए की स्थापना, स्वतंत्र निदेशकों का डेटाबैंक, कॉरपोरेट गवर्नेंस को मजबूत करने और सीएसआर रेगुलेटरी फ्रेमवर्क को बेहतर बनाने जैसे महत्वपूर्ण कदम उठाए गए।

भारत के स्पोर्ट्स गवर्नेंस फ्रेमवर्क में किए बड़े बदलाव

2020 से 2023 तक इंटरनेशनल फाइनेंशियल सर्विसेज सेंटर अथॉरिटी (आईएफएससीए) के पहले अध्यक्ष के रूप में, उन्होंने भारत के पहले इंटरनेशनल फाइनेंसियल रेगुलेटर की स्थापना की। उनके नेतृत्व में ग्लोबल बैंकिंग, फिनटेक, सस्टेनेबल फाइनेंस, फंड्स इकोसिस्टम, एसजीएक्स-एनएसई आईएफएससी कनेक्ट, बुलियन एक्सचेंज, एयरक्राफ्ट लीज़िंग, जीसीसी और अन्य संबंधित सेवाओं को बढ़ावा दिया गया।

इससे पहले, केंद्रीय खेल सचिव और भारतीय खेल प्राधिकरण के महानिदेशक के रूप में उन्होंने खेलो इंडिया कार्यक्रम की परिकल्पना की और भारत के स्पोर्ट्स गवर्नेंस फ्रेमवर्क में बड़े बदलाव किए। वे नेशनल फार्मास्युटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी के प्रमुख भी रहे और संयुक्त राष्ट्र के साथ कोसोवो व अफगानिस्तान में अंतरराष्ट्रीय कार्यभार संभाला। श्री इंजेटी ने सेबी, एलआईसी और राज्य की सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के बोर्ड में भी सेवा दी है। साल 2017 से 2023 तक वे भारत की फाइनेंसियल स्टेबिलिटी एंड डेवलपमेंट काउंसिल के सदस्य भी रहे।

उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से अर्थशास्त्र में बी.ए. (ऑनर्स) और यूके के स्ट्रैथक्लाइड ग्रेजुएट बिज़नेस स्कूल से एमबीए किया है। उनका करियर पॉलिसी लीडरशिप, रेगुलेटरी इनोवेशन और अंतरराष्ट्रीय सहयोग का अनोखा संगम दर्शाता है। उन्होंने संस्थागत सुधार, शासन को मजबूत बनाने और सिस्टमिक पॉलिसी इनोवेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वे जटिल संगठनों का नेतृत्व करने, रेगुलेटरी फ्रेमवर्क तैयार करने और वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देने में सिद्ध अनुभव लेकर आते हैं।

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