नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क : पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस को अपनी एक सोशल मीडिया पोस्ट के लिए काफी आलोचना झेलनी पड़ रही है। इस पोस्ट में एयरलाइंस की एक फ्लाइट को एफिल टावर के पास दिखाया गया है और तस्वीर में लिखा है- पेरिस, हम आ रहे हैं।
पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस ने इस्लामाबाद से पेरिस के लिए हफ्ते में दो दिन फ्लाइट की शुरुआत की है। इसी के प्रमोशन के तहत 10 जनवरी को ये पोस्टर शेयर किया गया था, लेकिन सोशल मीडिया पर लोगों ने इसे पेरिस पर टेरर अटैक की तरह लिया।
जबकि पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस ने इस्लामाबाद से पेरिस के लिए हफ्ते में दो दिन फ्लाइट की शुरुआत की है। इसी के प्रमोशन के तहत 10 जनवरी को ये पोस्टर शेयर किया था। लेकिन सोशल मीडिया पर लोगों ने इसे पेरिस पर टेरर अटैक की तरह लिया।
सोशल मीडिया पर आलोचना
2001 में अमेरिका ने न्यूयॉर्क शहर में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर एक ऐसा ही हमला हुआ था, जिसमें फ्लाइट को बिल्डिंग से क्रैश करा दिया गया था। सोशल मीडिया पर एयरलाइंस को पोस्टर देखकर लोगों को वहीं घटना याद आई और उन्होंने कंपनी को इस पर दोबारा सोचने के लिए कहा।
एक यूजर ने लिखा कि अपने मार्केटिंग मैनेजर को नौकरी से निकाल दो। वहीं दूसरे ने कहा कि किसे लगा था कि ऐसी एड एक बेहतर आईडिया हो सकती है? कई यूजर्स ने एयरलाइंस के इस पोस्ट पर सवालिया निशान उठाए है।
पूर्व मीडिया एडवाइजर ने उठाए सवाल
बिलावल भुट्टो के पूर्व मीडिया एडवाइजर उमर कुरैशी ने भी कंपनी के सोशल मीडिया पोस्ट पर सवाल खड़े किए। उमर कुरैशी ने लिखा, ‘क्या एयरलाइन मैनेजमेंट ने इसकी जांच नहीं की? जिस मूर्ख ने इस ग्राफिक को डिजाइन किया, क्या उसने नहीं देखा कि पीआईए का जहाज एफिल टावर की तरफ जा रहा है, जो यूरोप का एक आइकॉनिक लैंडमार्क है।’
उन्होंने आगे लिखा, ‘क्या उन्हें पता नहीं है कि 9/11 के हमले में बिल्डिंग पर अटैक के लिए हवाई जहाज का इस्तेमाल किया गया था? क्या उन्हें नहीं पता कि पीआईए उस देश की सरकारी एयरलाइन है, जिस पर आतंकवाद को सपोर्ट करने के आरोप लगते हैं। मैं नि:शब्द हूं।’
पीएम ने दिए जांच के आदेश
पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार , प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस प्रकरण में जांच के आदेश दिए हैं। करीब साढ़े 4 वर्ष बाद 11 जनवरी को इस्लामाबाद से पेरिस की पहली फ्लाइट सफलतापूर्वक लैंड हुई।