नई दिल्ली, एजेंसी : पाकिस्तान की ओर से मंगलवार देर रात अफगानिस्तान पर किए गए हमले में 46 लोगों की मौत के बाद तालिबान ने जवाबी कार्रवाई की कसम खाई है। अब 15 हजार तालिबानी लड़ाकों के पाकिस्तान सीमा की ओर से बढ़ने की रिपोर्ट सामने आ रही है। ये लड़ाके काबुल, कंधार और हेरात से पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत से लगती मीर अली सीमा की ओर बढ़ रहे हैं।
पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत में हवाई हमले किए थे। तालिबान प्रशिक्षण सुविधा को नष्ट करने और तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) को निशाना बनाने के उद्देश्य से किए गए हवाई हमलों में 46 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल थे। एक पाकिस्तानी अधिकारी ने कहा कि हमलों ने जेट और ड्रोन का इस्तेमाल कर अफगानिस्तान के अंदर आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया।
पाकिस्तान ने गुरुवार को हमले की पुष्टि की। अफगानिस्तान में सत्तारूढ़ तालिबान और टीटीपी अलग-अलग लेकिन सहयोगी समूह हैं। पाकिस्तान भारत के खिलाफ तालिबान को रणनीति हथियार के रूप में इस्तेमाल करता रहा है। जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे समूह तालिबान-नियंत्रित क्षेत्रों में प्रशिक्षण प्राप्त करते हुए संचालित हुए। हालांकि, अब यह पाकिस्तान को उल्टा पड़ रहा है।