चित्रकूट,संवाददाता : हिंदू परिवार के सदस्यों को दिल्ली से चित्रकूट लाने वाले संग्रामपुर गांव के समाजसेवी कमलेश कुमार पटेल को पुलिस ने 10 घंटे की पूछताछ के बाद छोड़ दिया है। कमलेश कुमार पटेल को गांव छोड़ कर कहीं ना जाने के निर्देश दे दिए गए हैं।
चित्रकूट जिले में पाकिस्तान से आए हिंदू परिवार के 15 सदस्यों को पुलिस व एलआईयू ने अपनी देखरेख में संग्रामपुर गांव के पंचायत भवन में रुकवाया है। इस भवन में आम लोगों का आना जाना रोक दिया गया है। सुरक्षा के मद्देजनर दोनों गेट पर 15 पुलिसकर्मी नियक्त कर दिए गए हैं।
ग्राम प्रधान को सौपी गई हिंदू परिवार के सदस्यों के खाने-पीने की जिम्मेदारी
पाकिस्तानी हिंदू परिवार के सदस्यों के खाने-पीने की जिम्मेदारी ग्राम प्रधान को सौंप दी गई है। पूरे मामले में दूसरे दिन शनिवार को भी सैकड़ों लोग इन पाकिस्तानीं हिंदू परिवार के सदस्यों को देखने के लिए पंचायत भवन के पास गए थे। जबकि देखने आये सभी ग्रामीणों को मिलने से पुलिसकर्मियों ने रोक दिया।
अपर पुलिस अधीक्षक चक्रपाणि त्रिपाठी ने बताया कि इस परिवार के सभी कागजातों-बयानों को वीडियो और हस्तलिखित कर जांच के लिए लखनऊ और दिल्ली के उच्चाधिकारियों के कार्यालय में भेजा गया है। फिलहाल दोपहर तक शासन की अभी कोई रिपोर्ट नहीं आई है।
वीजा लेकर दो माह पहले दिल्ली आए थे परिवार
शासन की रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। तब तक यह परिवार पुलिस की निगरानी में रहेगा। इस परिवार के सदस्यों का कहना है कि वह वीजा लेकर पाकिस्तान से दो महीने पहले दिल्ली आए थे। पाकिस्तान में रोजगार का संकट और महंगाई के कारण भारत आए हैं।
कमलेश पटेल को पुलिस ने 10 घंटे की गहन पूछताछ के बाद छोड़ा
वह भारत में बसना चाहते हैं, लेकिन नागरिकता मिलेगी। उन्होंने अपने वीजा की अवधि बढ़ाने के लिए उच्चायुक्त में प्रार्थना पत्र दिया है। पाकिस्तान के हिंदू परिवारो के सदस्यों को चित्रकूट लाने वाले संग्रामपुर गांव के समाजसेवी कमलेश कुमार पटेल को पुलिस ने 10 घंटे की पूछताछ के बाद छोड़ दिया है।
