पिथौरागढ़, संवाददाता : धारचूला में साढ़े बारह हजार फुट की ऊंचाई पर बर्फ लेकिन फिर भी गुंजी गांव के लोग पानी के लिए तरस रहे है। पानी के लिए गांव वालो के साथ ही सेना कर्मियों को पानी के संकट से जूझना पड़ रहा है।
ऊँचे हिमालयी क्षेत्र में रहने वाले लोगों को इस समय गंभीर पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। वहां के रहने वाले लोग और सैन्य कर्मी बर्फ को पिघलाकर प्रयोग कर रहे हैं। गुंजी सरपंच लक्ष्मी गुंज्याल ने कहा कि जल निगम की 65 लाख की नचेती योजना गुंजी से नौ किमी दूर से बनाई गई है। इस योजना से भी गुंजी के गांव वाले ,आईटीबीपी, सेना,एसएसबी, ग्रिफ के अधिकारी और जवानों को कोई लाभ नहीं मिल रहा है। विगत हफ्ते भारी हिमपात के चलते अधिकतर प्राकृतिक स्रोत जम से गए हैं जिस कारण स्थानीय लोगों के साथ सुरक्षा बलों को अन्य पेयजल स्रोत पर निर्भर है।
सरपंच ने प्रशासन और जल विभाग से मांग की है कि स्रोत के पास टंकी का निर्माण किया जाए। सामाजिक कार्यकर्ता भूपेंद्र सिंह गुंज्याल ने कहा कि वर्तमान समय में गुंजी में 100 से अधिक ग्रामीण सड़क निर्माण कार्य में लगे गांव की पेयजल योजना में पानी नहीं आने से परेशान हैं। उन लोगो का कहना है कि गांव वालो के अनुरोध पर ग्रिफ के ओसी के निर्देश में टैंकर से पानी आपूर्ति की जाती है पानी की आपूर्ति नियमित चालू रखा जाना चाहिए।