नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क : चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ (Cyclone Montha Update) अब गंभीर रूप ले चुका है और यह पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी से तेज़ी से उत्तर-उत्तरपश्चिम दिशा में बढ़ रहा है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, यह तूफान मंगलवार शाम से रात के बीच आंध्र प्रदेश के काकिनाड़ा के पास मछलीपट्टनम और कालिंगपट्टनम के बीच समुद्री तट से टकरा सकता है।
पिछले छह घंटों में मोंथा लगभग 15 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ा है और अब यह 90-100 किमी प्रति घंटे की स्थायी हवाओं के साथ 110 किमी प्रति घंटे तक के झोंके ला सकता है।
IMD का अलर्ट
आंध्र प्रदेश सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र माना जा रहा है। मौसम विभाग का कहना है कि तट से टकराने के बाद मोंथा की रफ्तार कुछ कम होगी और यह धीरे-धीरे ओडिशा और छत्तीसगढ़ की ओर बढ़ेगा। 28 से 30 अक्टूबर तक आंध्र प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और तमिलनाडु में भारी बारिश की
तटीय क्षेत्रों में प्रशासन ने सुरक्षा इंतज़ाम कड़े कर दिए हैं। निचले इलाकों से लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया जा रहा है। समुद्र में ऊँची लहरें उठ रही हैं, इसलिए मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी दी गई है। पर्यटकों के लिए सभी बीच बंद कर दिए गए हैं। ओडिशा के आठ दक्षिणी जिलों में ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया है और संवेदनशील इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है।
