नई दिल्ली, स्पोर्ट्स डेस्क : कर्नाटक के प्रखर चतुर्वेदी ने सोमवार को अंडर-19 कूच बिहार ट्रॉफी फाइनल में मुंबई के खिलाफ 636 गेंदों में नाबाद 404 रन की पारी खेलकर इतिहास रच दिया और टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ स्कोरर के युवराज सिंह के 25 वर्षो के पुराने रिकॉर्ड को तोड़ दिया।
भारत के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह ने 1999 में पंजाब के लिए खेलते हुए बिहार के खिलाफ 358 रनो की पारी खेली थी। बिहार की टीम में तब महेंद्र सिंह धोनी भी खेले थे। वैसे, भारत की प्रमुख अंडर-19 घरेलू इवेंट में सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत स्कोर का रिकॉर्ड विजय जोल के नाम दर्ज है, जिन्होंने महाराष्ट्र की तरफ से असम के खिलाफ 451* रन बनाए थे।
बीसीसीआई ने किया था पोस्ट
बीसीसीआई ने अपने सोशल मीडिया हैंडल के द्वारा जानकारी दी कि चतुर्वेदी ने अपनी ऐतिहासिक पारी के दौरान 46 चौके और तीन छक्के जड़े। बीसीसीआई ने पोस्ट किया, ”कर्नाटक के प्रखर चतुर्वेदी कूच बिहार ट्रॉफी के फाइनल में 400 रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज बन गए हैं। उन्होंने मुंबई के खिलाफ नाबाद 404 रन बनाए।” प्रखर चतुर्वेदी की पारी की बदौलत कर्नाटक ने मुंबई के 380 रनो के जवाब में 890/8 का स्कोर बनाया। यह मुकाबला कर्नाटक की पहली पारी की बढ़त के साथ ड्रॉ पर समाप्त हुआ।
प्रखर चतुर्वेदी के 400 रनो का आंकड़ा पार करने के बाद मैच समाप्त की घोषणा की गई। हर्षिल धमानी (179) ने भी कर्नाटक के लिए उम्दा योगदान दिया।
लारा की दिलाई याद
प्रखर चतुर्वेदी ने फाइनल मुकाबले में नाबाद 404 रन बनाकर वेस्टइंडीज के पूर्व महान बल्लेबाज ब्रायन लारा की याद दिलाई। लारा ने 2005 में इंग्लैंड के खिलाफ नाबाद 400 रन बनाए थे। लारा इंटरनेशनल क्रिकेट में 400 रन बनाने वाले इकलौते बल्लेबाज हैं। प्रखर चतुर्वेदी ने लारा जैसा कमाल दिखा दिया और क्रिकेट फैंस की उनसे उम्मीदें बढ़ गई हैं।