बेंगलुरु,एनएआई : चार रिटायर सैन्यकर्मियों ने गुरुवार को कर्नाटक हाई कोर्ट में एक जनहित याचिका (PIL) दायर करते हुए राजनीतिक दलों की रेवड़ियों को चुनौती दी। चार रिटायर सैन्यकर्मियों में ब्रिगेडियर रवि मुनीस्वामी, नायब सूबेदार रमेश जगताप, नायक मणिकांत ए और हवलदार बसप्पा पट्टानशेट्टी शामिल हैं। हालांकि, याचिका को अभी सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया जाना बाकी है।
PIL में क्या कुछ कहा गया?
पीआईएल में कहा गया कि राजनीतिक दल सत्ता हासिल करने के लिए चुनाव के दौरान और बाद में मुफ्त चीजें बांटकर रुझान पैदा कर रहे हैं और यहां तक कि चुनाव से पहले मुफ्त चीजों की घोषणाएं करते हुए सत्ता संभालने पर मुफ्त चीजें/उपहार देने का वादा करते हैं। (यह) जन प्रतिनिधित्व अधिनियम के प्रावधानों के तहत वोट के लिए नकद के अलावा और कुछ नहीं है। इस प्रकार राजनीतिक दलों द्वारा जो मुफ्त सुविधाएं प्रदान करने की घोषणा की जाती है, कानून के प्रावधानों के साथ-साथ भारत के संविधान के खिलाफ भी है।
जनहित याचिका में कहा गया कि कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी ने गृह लक्ष्मी, गृह ज्योति और शक्ति योजना जैसी मुफ्त सुविधाओं का वादा करके राज्य में सत्ता हासिल की। याचिकाकर्ता ने कहा,
BJP-कांग्रेस को भी बनाया गया प्रतिवादी
याचिका में भारत के चुनाव आयोग के अलावा केंद्र और राज्य सरकारों और राजनीतिक दलों भाजपा, कांग्रेस और जद (एस) को प्रतिवादी बनाया गया है।