देहरादून, संवाददाता : पार्किंग से सवारी भरने के लिए टैक्सी चालक से रिश्वत मांग रहे रेलवे सुरक्षा बल के सब इंस्पेक्टर को दबोचने के लिए सीबीआई की टीम ने एक दिन पहले जाल बिछा दिया था। मंगलवार को मौका नहीं मिला तो बुधवार को फिर कवायद शुरू हुई। सुबह से ही स्टेशन पर दो-दो के गुट में कर्मचारी टहलते रहे, जिन्हें सुरक्षाकर्मियों ने यात्री समझा।
टैक्सी चालक मो. इरशाद ने दो दिन पहले 15 जनवरी को सीबीआई से शिकायत की थी। सूत्रों के अनुसार सीबीआई की टीम बीते मंगलवार को ही हल्द्वानी पहुंच गई थी। टीम में सम्मिलित करीब आठ सदस्य अलग-अलग गुटों में बंटकर जानकारी जुटा रहे थे। रेलवे स्टेशन पर भी टीम के सदस्य पड़ताल करते रहे, लेकिन न तो इसकी भनक जीआरपी पुलिसको लगी और न ही रेलवे पुलिस को। जानकारी के मुताबिक , मंगलवार शाम आरोपी दरोगा की गिरफ्तारी हो जानी थी, लेकिन मौका नहीं मिला ।
स्टेशन पर मौजूद एक सिपाही के मुताबिक , मंगलवार को भी कार्रवाई करने वाली टीम के दो-तीन सदस्य स्टेशन पर दिखे थे। बुधवार दोपहर में भी रेलवे स्टेशन पर नजर आए। उस समय शताब्दी एक्सप्रेस आयी थी, दोनों के हावभाव देखकर लग रहा था कि वे किसी को यात्री को रिसीव करने आए हैं। मगर गिरफ्तार होने के बाद उनकी असलियत का पता चला।