नई दिल्ली, स्पोर्ट्स डेस्क : भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ब्रिस्बेन में तीसरा टेस्ट मैच शुरू हो चुका है। भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने इस मैच में टॉस जीता और गेंदबाजी करने का फैसला किया है। रोहित ने टॉस के समय बताया कि बादल छाए हुए हैं और पिच पर घास है जिसके चलते उन्होंने गेंदबाजी चुनी। हालांकि, अब टीम इंडिया को एक डर सता रहा है। रोहित शर्मा ने ऐसा फैसला कर लिया है जो भारत पर भारी पड़ सकता है।
ब्रिस्बेन का गाबा मैदान वो जगह है जिसे ऑस्ट्रेलिया का किला माना जाता है। हालांकि, टीम इंडिया अपने पिछले दौरे पर इस किले को फतह कर चुकी है। इस बार भी उसकी कोशिश यही होगी, लेकिन इसमें रोहित का टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने वाला फैसला रोड़ा अटका सकता है।
क्या कहता है इतिहास ?
आमतौर पर गाबा में पिच बाकी ऑस्ट्रेलियाई पिचों की तरह बाउंस और तेजी वाली होती है। यहां टीमें टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने पसंद करती हैं। कोई भी कप्तान इस मैदान पर टॉस जीतकर गेंदबाजी करने से कतराता है, लेकिन रोहित ने यही फैसला कर लिया है जो उन पर भारी पड़ सकता है। साल 2000 से इस मैदान पर आठ में से सिर्फ दो बार ही ऐसा हुआ है जब किसी टीम ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी है और उसे यहां जीत मिली है। ये आंकड़े भारत को डरा सकते हैं। ये मैच भारत के लिए काफी अहम है। अगर ये मैच हार गए तो वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेलने का सपना टूट सकता है।
ऐसे में रोहित के इस फैसले का टीम को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। रोहित ने जाहिर तौर पर ये फैसला मौसम को देखकर किया है। चार दिन तक ब्रिस्बेन में बारिश की संभावनाएं जताई गई हैं। पहले दिन पहले ही सेशन में पांच ओवरों का खेल हुआ था कि बारिश आ गई और फिर मैच रोकना पड़ा।
समझिए आंकड़ों की कहानी
साल 2000 से इस मैदान पर कप्तान ने टॉस जीतकर 16 बार पहले बल्लेबाजी ही चुनी है जिसमें से छह बार टीम को जीत मिली है जबकि आठ बार टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनने वाली टीम को हार का सामना करना पड़ा है। चौथी पारी के दबाव से बचने के लिए कप्तान कई बार इस मैदान पर पहले बल्लेबाजी करना पसंद करते हैं।