प्रयागराज, संवाददाता : कैंट थाना क्षेत्र में शनिवार की सुबह उस समय इंसानियत की मिसाल देखने को मिली, जब प्रसव पीड़ा से तड़पती एक महिला ने सड़क पर बच्चे को जन्म दिया। इस दाैरान बेबस पति को देख वहां से गुजर रहे हेड कांस्टेबल ने ऑटो रुकवाकर माँ और जच्चा-बच्चा को तत्काल काॅल्विन अस्पताल पहुंचाया। चिकित्सकों के अनुसार, समय से अस्पताल पहुंचने पर माँ और नवजात को जीवनदान मिल गया।
घटनाक्रम के अनुसार, फल कारोबारी धर्मराज जो मूलरूप से बहरिया कस्बे के रहने वाले हैं, अपनी पत्नी और सात वर्षीय बेटे के साथ मुंडेरा में किराए के मकान में रहते हैं। उन्होंने बताया कि शनिवार की सुबह प्रसव पीड़ा के बाद वे पत्नी को बाइक से लेकर अस्पताल जा रहे थे। तभी कैंट थाना क्षेत्र के म्योराबाद पेट्रोल पंप के पास पहुंचते ही पत्नी का दर्द असहनीय हो गया। मजबूरन धर्मराज ने सड़क किनारे बाइक रोक दी।
पत्नी ने सड़क पर नवजात को जन्म दिया
कुछ ही देर में पत्नी ने सड़क पर नवजात को जन्म दिया। इस दौरान महिला का अत्यधिक खून बहने लगा, जिससे धर्मराज घबरा गए। तभी पुलिस लाइन में तैनात हेड कांस्टेबल रोहित कुशवाहा साथियों संग वहां से गुजर रहे थे। बेबस पति और बेसुध पत्नी की हालत देख उन्होंने एक पल की देरी नहीं की और तुरंत एक ऑटो रुकवाकर महिला व नवजात को उसमें बैठाकर कॉल्विन अस्पताल पहुंचाया।
रोहित बोले-मुझे वो वक्त याद आ गया जब मेरे बच्चे की जान खतरे में थी
रोहित ने बताया कि जब उन्होंने महिला को सड़क पर बच्ची को जन्म देते देखा तो उन्हें अपने पहले बच्चे की याद आ गई, जो बहुत मुश्किल परिस्थितियों में पैदा हुआ था। मुश्किलों के बाद उसकी जान बची थी। ऐसे में बिना देरी किए उन्होंने मदद का निर्णय लिया और जच्चा-बच्चा को अस्पताल पहुंचाया। दूसरी ओर अस्पताल में डॉक्टरों ने बताया कि समय पर पहुंचने की वजह से जच्चा-बच्चा की जान बच गई। अस्पताल पहुंचने पर धर्मराज ने भी भावुक मन से हेड कांस्टेबल का आभार जताया।
