बरेली, संवाददाता : सद्दाम को गिरफ्तार करने के साथ ही एसटीएफ ने सबसे पहले उसके दो मोबाइल कब्जे में लिए थे। इन नंबरों की सर्विलांस सेल से जांच कराई गई। इसमें छह नंबरों पर ज्यादा बातचीत की गई है। कुछ नंबरों के आधार पर जांच की तो बैंक खातों में रुपये के लेनदेन के भी साक्ष्य मिले।
सद्दाम के मोबाइल की नई कॉल डिटेल में कई और नाम सामने आए हैं। इसमें कुछ नाम बरेली तो कुछ प्रयागराज के करीबियों के हैं, जिनमें से कुछेक प्रॉपर्टी को लेकर आर्थिक लेनदेन भी कर रहे थे। बरेली पुलिस ने प्रयागराज के अफसरों से जानकारी साझा की है।
सद्दाम को गिरफ्तार करने के साथ ही एसटीएफ ने सबसे पहले उसके दो मोबाइल कब्जे में लिए थे। दोनों मोबाइल बिथरी मामले के विवेचक सीओ तृतीय आशीष प्रताप सिंह व उनकी टीम को सौंप दिए। इन नंबरों की सर्विलांस सेल से जांच कराई गई। इसमें छह नंबरों पर ज्यादा बातचीत की गई है।
कुछ नंबरों के आधार पर जांच की तो बैंक खातों में रुपये के लेनदेन के भी साक्ष्य मिले। सूत्र बताते हैं कि इनमें तीन लोग बरेली के और बाकी प्रयागराज में धूमनगंज के निवासी हैं। ये लोग व्हाट्सएप कॉल या किसी अन्य माध्यम से फरारी के दिनों में भी सद्दाम से जुड़े रहे। अब इन पर शिकंजा कस सकता है।
बरेली और प्रयागराज पुलिस इनके करीबियों का पता करने और इनका आपराधिक इतिहास खंगालने में जुट गई हैं। विवेचना में इनके नाम बढ़ाए जा सकते हैं। आरोप प्रमाणित होने पर गिरफ्तारी भी हो सकती है। करोड़ों रुपये का लेनदेन खुलने की भी उम्मीद है।
मैरिज हॉल मालिक और मोबाइल कारोबारीपर भी कसा शिकंजा
शहर के जिन कारोबारियों की कॉल डिटेल और लेनदेन की बात बताई जा रही है, उनमें तीन प्रमुख लोग शामिल हैं। प्रेमनगर थाना क्षेत्र के एक मोबाइल कारोबारी, पीलीभीत रोड के मैरिज हॉल मालिक व एक प्रॉपर्टी डीलर का नाम सामने आ रहा है। मैरिज हॉल मालिक के यहां सद्दाम और उसके गुर्गे अक्सर दावत उड़ाते थे।
करीबी रेस्टोरेंट के कई फोटो भी उन दिनों वायरल हुए थे। बताते हैं कि खुशबू एन्क्लेव में नाम-पता बदलकर मकान दिलाने में भी मैरिज हॉल मालिक की भूमिका रही थी।
उमेश पाल हत्याकांड के बाद सद्दाम से दोस्ती को लेकर उसका नाम उछला था। जबकि एक नेता के संरक्षण और स्थानीय पुलिस से दोस्ती कर उसने मामला मैनेज कर लिया था। सद्दाम की गिरफ्तारी के बाद उसकी गर्दन फिर फंस गई है।