नई दिल्ली, एनएआई : गाजा में चल रहे युद्ध पर सऊदी अरब के एक प्रिंस और देश के पूर्व खुफिया प्रमुख तुर्की अल फैसल ने हमास और इजरायल दोनों की आलोचना की है। उनका कहना है कि इस संघर्ष में कोई नायक नहीं हैं, केवल पीड़ित हैं।
अमेरिकी विश्वविद्यालय में उनका यह भाषण इंटरनेट मीडिया पर काफी प्रसारित है जिसमें उन्होंने भारत के स्वाधीन संग्राम में ब्रिटिश कब्जे के विरुद्ध सविनय अवज्ञा आंदोलन का भी उदाहरण दिया है। संबोधन का वीडियो 78 वर्षीय प्रिंस के यह कहने से शुरू होता है कि सभी लोगों को कब्जे का विरोध करने का अधिकार है, यहां तक कि सैन्य रूप से भी।
मैं फलस्तीन में सैन्य विकल्प का समर्थन नहीं करता। मैं दूसरा विकल्प पसंद करता हूं- नागरिक विद्रोह और अवज्ञा। इसने भारत में ब्रिटिश साम्राज्य और पूर्वी यूरोप में सोवियत साम्राज्य को ध्वस्त कर दिया।
सऊदी प्रिंस ने कहा कि इजरायल के पास जबरदस्त सैन्य श्रेष्ठता है और दुनिया गाजा में उसके द्वारा मचाई जा रही तबाही देख सकती है। हमास पर निशाना साधते हुए फैसल ने कहा, ‘मैं हमास द्वारा नागरिकों को निशाना बनाने की निंदा करता हूं, जैसा कि उस पर आरोप लगाया गया है। इस तरह निशाना बनाना हमास की इस्लामी पहचान के दावों को झुठलाता है। निर्दोष बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों की हत्या और पूजा स्थलों को अपवित्र करना इस्लाम में निषेध है।’
सऊदी प्रिंस ने इजरायली सरकार को उच्च नैतिक आधार का उपहार देने के लिए भी हमास की आलोचना की और कहा कि दो गलत, एक सही नहीं बन जाते।