सीजफायर के लिए सहमत हुए अफगानिस्तान -पाकिस्तान

afgani-pak

नई दिल्ली ,डिजिटल डेस्क : अफगानिस्तान और पाकिस्तान में इस महीने हुई हिंसक झड़प के बाद दोनों देशों में टकराव की स्थिति बनी हुई थी। तनाव के बीच तुर्की के इस्तांबुल में हुई शांति वार्ता बैठक के बाद पाकिस्तान और अफगानिस्तान ने संघर्षविराम बनाए रखने पर सहमति जताई है। यह जानकारी कतर के साथ वार्ता में मध्यस्थता करने वाले तुर्की की ओर से दी गई है।

दरअसल, तुर्की और कतर की मध्यस्थता से इस्तांबुल में हुई शांति वार्ता के बाद पाकिस्तान और अफगानिस्तान सीजफायर के लिए राजी हो गए हैं। इससे पहले युद्ध विराम को लेकर दोनों देशों के बीच हुई बातचीत विफल हो गई थी।

रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, तालिबान द्वारा 2021 में काबुल पर कब्जा करने के बाद से दोनों देशों को अपने सबसे गंभीर सैन्य टकरावों का सामना करना पड़ा। वहीं, इस महीने हुई घातक झड़पों के कारण पाकिस्तान ने हवाई हमले किए, अफगानिस्तान ने जवाबी गोलाबारी की। हालांकि, इस सप्ताह दोनों देशों के बीच बॉर्डर वाले इलाकों में किसी नई झड़प की सूचना नहीं मिली है। लेकिन दोनों देशों ने प्रमुख क्रॉसिंग बंद रखी हैं, जिससे माल और शरणार्थियों से भरे सैकड़ों ट्रक दोनों तरफ फंसे हुए हैं।

उल्लंघन करने वाले पर लगेगा दंड

तुर्की के विदेश मंत्रालय ने 25-30 अक्टूबर की वार्ता को लेकर कहा कि सभी पक्ष एक निगरानी और सत्यापन तंत्र स्थापित करने पर सहमत हुए हैं जो शांति बनाए रखने को सुनिश्चित करेगा और उल्लंघन करने वाले पक्ष पर दंड लगाएगा। इसमें कहा गया है कि 6 नवंबर को इस्तांबुल में एक अनुवर्ती बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें यह निर्णय लिया जाएगा कि इस तंत्र को कैसे क्रियान्वित किया जाएगा।

वार्ता करने पर सहमत हुए दोनों देश

तुर्की और कतर “स्थायी शांति और स्थिरता के लिए दोनों पक्षों के साथ सहयोग जारी रखने के लिए तैयार हैं। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने इस्तांबुल में मध्य रात्रि से कुछ पहले एक अलग बयान जारी कर वार्ता के समापन की पुष्टि की और कहा कि दोनों पक्ष भविष्य की बैठकों में चर्चा जारी रखने पर सहमत हुए हैं।

India’s cricketers will score 200 against New Zealand Designs of Mehendi for Karwa Chauth in 2024 Indian Women’s T20 World Cup Qualifiers Simple Fitness Advice for the Holidays Top 5 Business Schools in the World