बलूचिस्तान, डिजिटल डेस्क : बलूचिस्तान के बोलन क्षेत्र में पाकिस्तानी सेना और बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) के लड़ाकों के बीच हुए संघर्ष में दोनों पक्षों से 13 लोगों की मौत हो गई। हमले में आठ पाकिस्तानी सैनिक मारे गए हैं, जबकि, बलूच लिबरेशन आर्मी के पांच लड़ाकों की मौत हुई है।
बलूच लिबरेशन आर्मी ने कहा कि पाकिस्तानी सेना और बीएलए के लड़ाकों के बीच बोलन के माच इलाके में दो जून को झड़प हुई। इस दौरान पाकिस्तानी सेना ने हेलीकाप्टरों में कमांडो भेजे थे। बीएलए द्वारा जारी बयान के अनुसार, घंटों चली लड़ाई में आठ पाकिस्तानी सैन्यकर्मी मारे गए, साथ ही बलूच लिबरेशन आर्मी के पांच लड़ाके भी मारे गए।
बीएलए ने जारी की झड़प में जान गवानें वाले लड़ाकों के बारे में जानकारी
बीएलए ने हाल ही में हुई झड़पों में अपनी जान गंवाने वाले अपने कई लड़ाकों के बारे में विस्तृत जानकारी जारी की है। पाकिस्तानी सेना पर बीएलए का हमला बलूचिस्तान में लंबे समय से चल रहे विद्रोह का हिस्सा है, जहां अलगाववादी स्वायत्तता बढ़ाने और बलूच लोगों के अधिकारों की मान्यता के लिए लड़ रहे हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार, बीएलए ने बुधवार को बलूचिस्तान के हरनाई जिले के जर्दालोउ क्षेत्र में पाकिस्तानी सेना की निगरानी प्रणाली पर हमले की जिम्मेदारी ली। बीएलए ने कहा कि 10 जून को उसके लड़ाकों ने हमला किया और कब्जे वाली सेना की निगरानी प्रणाली को क्षतिग्रस्त कर दिया।
पाकिस्तानी सेना ने यहां दो टावर खड़े किए थे, जिन पर चार आधुनिक कैमरे लगे थे। इन कैमरों का उद्देश्य लंबी दूरी से बीएलए लड़ाकों की निगरानी करना और उनके हमलों से खुद को बचाना था। इस हमले में सभी कैमरे क्षतिग्रस्त हो गए। बीएलए ने बलूचिस्तान के विभिन्न जिलों में पाकिस्तानी सेना पर कई हमले करने का दावा किया है।