नई दिल्ली, न्यूज़ डेस्क : Akhilesh Yadav ON BJP, SIR : भारत निर्वाचन आयोग के द्वारा बिहार में सफलतापूर्वक विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) कराने के बाद अब यह देश के अन्य 12 राज्यों में हो रहा है। इसे SIR का दूसरा चरण कहा जा रहा है। इसकी घोषणा कुछ दिन पहले नई दिल्ली में भारत निर्वाचन आयोग (ECI) के मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर थी। अब SIR को लेकर एक बार फिर से अखिलेश यादव ने बीजेपी पर निशाना साधा है।
हैदराबाद में SIR पर बोलते हुए यूपी के पूर्व सीएम और सपा मुखिया अखिलेश यादव ने बताया कि SIR जब बिहार में शुरू हुई तो राजनीतिक पार्टियों ने विरोध किया। यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट तक जाना पड़ा। उन्होंने आगे कहा कि जो SIR की एक्सरसाइज है, ये वोट जोड़ने के लिए होनी चाहिए, वोट काटने के लिए नहीं होनी चाहिए। बिहार में बड़े पैमाने पर वोट काटा। बीजेपी जहां-जहां हार जाती है, वहां वोट कटवा देती है।
अखिलेश ने कहा, “यूपी में तीन करोड़ वोट कटने जा रहा है। मैं जिस निर्वाचन क्षेत्र से चुनकर के आता हूं। अभी जो डेटा निकलकर के आया है, वह है कि दो लाख से ज्यादा वोट कट रहा है।”
BJP जहां हार रही वहां से वोट हटा रही- अखिलेश
अखिलेश यादव ने कहा, “मैं जिस क्षेत्र से जीतकर के आता हूं। उस निर्वाचन क्षेत्र में तीन लाख वोट हटा दिए गए हैं। इसलिए मैंने कहा कि बीजेपी जहां पर हारती है, जहां पर बीजेपी हार रही है, वहां बीजेपी वोट हटा रही है।”
उन्होंने आगे कहा, “ममता जी के यहां वोट इसलिए डिलीट कराए गए हैं कि वहां से ममता जी जीतती हैं। ममता जी को हराने के लिए डिलीट किए जा रहे हैं।” अखिलेश ने फिर से दोहराया, “मैं अपने निर्वाचन क्षेत्र का बता सकता हूं कि जो डिलीट होने वाले वोट हैं वो लगभग तीन लाख हैं। मेरे कनौज संसदीय क्षेत्र से 2 लाख 86 हजार वोट खत्म होने जा रहे हैं।”
ऐसा नहीं है कि अखिलेश यादव पहली बार SIR को लेकर बीजेपी को निशाने पर लिए हैं। इससे पहले भी उन्होंने भाजपा को अपना निशाना बनाया है।
यह SIR नहीं, अंदर ही अंदर एनआरसी- अखिलेश
बीते दिनों संसद के निचले सदन लोकसभा में बोलते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, “जब वन नेशन वन इलेक्शन की बात हो रही है। अध्यक्ष महोदय जी उन्होंने (सत्ता पक्ष के एक नेता) कहा कि वन नेशन वन इलेक्शन तो होगा ही होगा लेकिन एक वोटर लिस्ट भी होगी।” उन्होंने आगे कहा, “हमें उम्मीद है कि वोटर लिस्ट एक होगी।”
अखिलेश यादव ने कहा, “अभी सुनने में आ रहा है कि यूपी में आधार को मान ही नहीं रहे हैं। आधार जैसा कार्ड जिसमें सबकुछ है। आपके फिंगर्स (स्कैन) हैं, आपकी आई (स्कैन) है, आपकी पूरी डिटेल है। उसके बाद भी आप आधार को नहीं मान रहे हैं। इसका मतलब कि यह SIR नहीं है। यह अंदर ही अंदर एनआरसी वाला काम कर रहे हैं। क्योंकि हमने उत्तर प्रदेश में सुना है कि वहां के मुख्यमंत्री जी कह रहे हैं कि हम डिटेंशन सेंटर बना रहे हैं।”
12 राज्यों में SIR का दूसरा चरण
भारत निर्वाचन आयोग के द्वारा बिहार में सफलतापूर्वक विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) कराने के बाद अब यह देश के अन्य 12 राज्यों में हो रहा है। इसे SIR का दूसरा चरण कहा जा रहा है। इसकी घोषणा कुछ दिन पहले नई दिल्ली में भारत निर्वाचन आयोग (ECI) के मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर थी।
इन 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, केरल, लक्षद्वीप, मध्य प्रदेश, पुडुचेरी, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल शामिल हैं।
