मेरठ, संवाददाता : Meerut news : कुख्यात अपराधी विनय त्यागी उर्फ टिंकू त्यागी की ऋषिकेश एम्स में इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस अभिरक्षा में हुए हमले में उसे तीन गोलियां लगी थीं। 52 से अधिक संगीन मामलों में नामजद विनय का अंतिम संस्कार बृजघाट में कड़ी पुलिस निगरानी के बीच किया गया।
पश्चिमी यूपी में जरायम की दुनिया के खौफनाक अध्याय का शनिवार को अंत हो गया। बचपन में गुंडागर्दी और फिर सुपारी लेकर हत्या करने वाले 52 संगीन मामलों में नामजद कुख्यात अपराधी विनय त्यागी उर्फ टिंकू त्यागी की इलाज के दौरान मौत हो गई। ऋषिकेश एम्स में भर्ती विनय त्यागी ने शनिवार सुबह दम तोड़ दिया।
उसके अंत के साथ ही पश्चिम यूपी और उत्तराखंड के कई जिलों में वर्षों से फैला अपराध का एक बड़ा नेटवर्क खत्म हो जाएगा। तीर्थ नगरी बृजघाट में देर रात करीब 11 बजे हिस्ट्रीशीटर विनय त्यागी के शव का अंतिम संस्कार किया गया।
मुजफ्फरनगर के पुरकाजी थाना क्षेत्र के खाईखेड़ी गांव निवासी विनय त्यागी के पिता सेवाराम त्यागी मेरठ स्थित एलएलआरएम (सरदार वल्लभभाई पटेल) मेडिकल कॉलेज में प्रमुख अधीक्षक कार्यालय में बाबू के पद पर तैनात रहे। इसी कारण विनय का बचपन मेडिकल कॉलेज परिसर में बीता। लगभग 40 वर्ष पहले पिता ने उसका दाखिला कैंट क्षेत्र के एक प्रतिष्ठित निजी स्कूल में कराया, लेकिन यहीं से उसकी जिंदगी की दिशा बदल गई। गलत संगत में पड़कर उसने अपराध की दुनिया में कदम रख दिया।
विनय त्यागी अपने परिवार के साथ मेरठ में जागृति विहार में रहता था
फिलहाल विनय त्यागी अपने परिवार के साथ मेरठ में जागृति विहार में रहता था। चार बहनों के इकलौते भाई विनय त्यागी को माता-पिता ने बेहद लाड़-प्यार से पाला, लेकिन बचपन में लगी गलत संगत ने उसे अपराध की उस राह पर धकेल दिया। धमकाना, रंगदारी और सुपारी लेकर हत्या करना उसके लिए सामान्य सी बात हो गई थी। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के कई थानों में 52 से अधिक मुकदमे दर्ज थे।
कुख्यात अपराधियों से रहा संपर्क
विनय त्यागी के संबंध पश्चिम यूपी के कई दुर्दांत अपराधियों से बताए जाते रहे हैं। पुलिस के अनुसार उसका संपर्क सुशील मूंछ, बदन सिंह बद्दो जैसे शातिर अपराधियों से भी रहा। डॉ. प्रमोद त्यागी और सुभाष त्यागी से उसकी अदावत को लेकर भी चर्चाएं होती रहीं, हालांकि इन संबंधों को लेकर कभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई। विनय त्यागी की बहन ने ही ये खुलासा किया था कि 750 करोड़ के लिए ठेकेदार सुभाष त्यागी यहां पर ईडी का छापा लगना था। ईडी से बचने के लिए नगदी और जेवरात ठेकेदार सुभाष त्यागी ने डॉ. प्रमोद त्यागी के घर पर पहुंच दिए। यह बात विनय को भी मालूम थी। विनय पर हमला कराने का आरोप सुभाष त्यागी पर लगाया है।
अकूत संपत्ति, लेकिन परिवार से दूरी
अपराध की दुनिया में रहते हुए विनय त्यागी ने अकूत संपत्ति अर्जित की, लेकिन उसके कृत्यों से आहत माता-पिता ने उससे दूरी बना ली थी। 86 वर्षीय पिता सेवाराम त्यागी वर्तमान में अपनी एक बेटी के साथ रहते हैं। विनय की मां की दो साल पहले मौत हो गई। बताया जाता है कि विनय की पत्नी निशी त्यागी दो बार पुरकाजी ब्लॉक प्रमुख रही। बताया गया है कि विनय खुद भी उसने सहारनपुर की देवबंद विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन उसे सफलता नहीं मिली।
पुलिस अभिरक्षा में हमला, तीन गोलियां लगीं
बुधवार को रुड़की कारागार से लक्सर एसीजेएम कोर्ट में पेशी पर लाए जाते समय उत्तराखंड के लक्सर क्षेत्र में विनय त्यागी पर जानलेवा हमला हुआ। फ्लाईओवर के पास जाम के दौरान पहले से घात लगाए बैठे बाइक सवार नकाबपोश बदमाशों ने सरकारी वाहन पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। हमले में विनय त्यागी को 3 गोलियां लगीं, जबकि वाहन में मौजूद 2 पुलिसकर्मी घायल हो गए। बदमाश हथियार लहराते हुए मौके से फरार हो गए। घायल विनय की शनिवार सुबह इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
