ऊना , संवाददाता : उपमंडल अंब के तहत पंचायत टकारला के ग्रामीण पिछले दस दिनों से भारी परेशानियों का सामना कर रहे हैं। गारनी खड्ड के किनारे ऊपर टकारला और शिव नगर को जोड़ने वाली मुख्य सड़क ठेकेदार की धीमी कार्यशैली और लापरवाही के कारण बंद पड़ी है। सड़क बंद होने से बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक रोजाना 8 किलोमीटर का चक्कर लगाने को मजबूर हैं। स्कूल जाने वाले मासूम बच्चे मजबूरी में उफनते नाले को पैदल पार कर रहे हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। डनसटन पब्लिक स्कूल के दर्जनों बच्चे रोज इसी खतरनाक रास्ते से गुजर रहे हैं। अभिभावकों का गुस्सा ठेकेदार और प्रशासन दोनों पर फूट रहा है। टकारला के साहिल मोहमद ने बताया कि उसकी बीमार भैंस का ऑपरेशन करवाने ऊना से डॉक्टर बुलाया गया था। लेकिन रास्ता बंद होने के चलते डॉक्टर समय पर नहीं पहुंच पाए। नतीजा, उसकी भैंस की मौत हो गई और उसे करीब एक लाख रुपये का नुकसान उठाना पड़ा। ग्रामीणों ने इसे ठेकेदार की सीधी लापरवाही बताया है। रतन चंद ठाकुर का कहना है कि ठेकेदार काम बेहद सुस्त गति से करवा रहा है।
काम इस तरह चले तो सड़क बनने में महीनों लग सकते हैं।
केवल 3–4 लोग ही काम पर लगाए गए हैं। इस तरह चले तो सड़क बनने में महीनों लग सकते हैं। ग्रामीणों ने ठेकेदार से बार-बार गुहार लगाई कि कम से कम पैदल और दोपहिया वाहनों के लिए रास्ता उपलब्ध कराया जाए, लेकिन उनकी बात को अनसुना कर दिया गया। ठेकेदार शिव हाकम ने सफाई देते हुए कहा कि भारी बारिश के कारण पानी जमा हो गया था, इसलिए सड़क को पूरी तरह खोदना पड़ा।
अब नाले का निर्माण कार्य चल रहा है, जिसे गारनी खड्ड से जोड़ा जाएगा ताकि भविष्य में पानी घरों में न घुसे। मगर सवाल यह है कि तब तक ग्रामीणों की दुश्वारियां कौन दूर करेगा? ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि ठेकेदार को तुरंत काम में तेजी लाने के आदेश दिए जाएं और अस्थायी रूप से ही सही, मगर वैकल्पिक रास्ता खोला जाए। लोगों का कहना है कि अगर जल्द सुनवाई न हुई तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाने को मजबूर होंगे। इस विषय पर लोक सड़क निर्माण कनिष्ठ अभियंता वरिंदर वर्मा का कहना है की समस्या हमारे ध्यान में है और ठेकदार को आदेश दे दिए गए है लोगो की समस्या को देखते हुऐएक साइड से रास्ता बनाया जाए।