मंदसौर, संवाददाता : मामला नीमच जिले के अचलपुरा निवासी रोहित मालवीय पिता निर्भय राम के साथ हुआ। दलौदा थाना पुलिस को की गई शिकायत में रोहित ने बताया कि उसकी दोस्ती फेसबुक के माध्यम से दलौदा निवासी अंकित पिता जगदीश माली से हुई थी। आरोपी ने अपने फेसबुक अकाउंट पर बड़े अधिकारियों और नेताओं के साथ कई फोटो डाले थे। पीड़ित ने बताया कि वह नीमच जिले का रहने वाला है, और वर्तमान में धार जिले के उप स्वास्थ्य केंद्र रेशम मगरा बदनावर में पदस्थ है। गृह जिले नीमच में ट्रांसफर करवाने का दावा करते हुए आरोपी अंकित माली ने पीड़ित जगदीश माली को अपने झांसे फंसा लिया और बड़े अधिकारियों और राज नेताओं से सांठ-गांठ की बात कहते हुए एक सप्ताह में गृह जिले में ट्रांसफर करवाने का दावा किया।
इसके बदले आरोपी ने पीड़िता रोहित से शुरुआत में 25 सितंबर को पहली बार फोन पे से 40 हजार रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर करवाए। इसके बाद फिर 13 हजार रुपये एक बार और ट्रांसफर करवाए। इस तरह 53 हजार रुपये ट्रांसफर करवा लिए। रुपये देने के बाद भी ट्रांसफर नहीं हो पाया तो शंका होने पर पीड़ित दलौदा पहुंचा यहां भी अरोपी ने 10 हजार रुपये ऐंठ लिए। दो माह से ज्यादा समय बीत जाने के बाद बाद भी जब ट्रांसफर नहीं हुआ तो पीड़ित ने आरोपी के मोहल्ले में जाकर जानकरी जुटाई तो पता चला कि आरोपी ने झांसा दिया है। अपने साथ 63 हजार रुपये की ठगी होने के बाद पीड़ित ने दलोदा थाने पर एक आवेदन देकर अपने साथ हुई धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई थी। मामले में पुलिस ने जांच के बाद आरोपी अंकित माली के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में मामला दर्ज किया है।