नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क : उत्तर भारत में तेज बारिश और भूस्खलन के चलते मुशिकलों का दौर लगातार जारी है। रविवार को तेज बारिश के चलते अलग-अलग राज्यों में हुए दुर्घटना के चलते 21 लोगों की मृत्यु हो गई है। राजस्थान में सबसे अधिक 14 लोगों की मृत्यु हो गई है, जिनमें से सात लोगो की मौत बाणगंगा नदी में नहाने के दौरान डूबने से हुई। बिहार में वर्षा के चलते हुए हादसों में पांच लोगों की मृत्यु हो गई है।
अमरनाथ यात्रा स्थगित
पहाड़ों में जहां भूस्खलन के चलते सड़कें बंद हैं, वहीं मैदानी इलाको में जलभराव और उफनाती नदियों के चलते मुशीबत बनी हुई है। जम्मू प्रशासन ने मौसम को देखते हुए अमरनाथ यात्रा को रोक दिया है। मौसम विभाग के मुताबिक, अगले कुछ दिन भी ऐसा ही मौसम बना रह सकता है। पहाड़ी राज्यों में इसे लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया गया है।
14 लोगो की मृत्यु , राजस्थान में वर्षा के चलते बिगड़े हालात
राजस्थान में शनिवार से हो रही तेज बारिश के चलते प्रदेश के कई जिलों में हालात बिगड़ गए हैं। वहीं, वर्षा के चलते हुए दुर्घटना में रविवार को 14 लोगों की मृत्यु हो गई, जिनमें भरतपुर में बाणगंगा नदी में नहाने के दौरान डूबे 7 युवक भी शामिल हैं। इनमें से तीन चचेरे भाई थे। वर्षा से कई मार्ग बंद हो गए।
हिमाचल में कहीं सड़क धंसी,कहीं बादल फटा
हिमाचल के शिमला में बादल फटनेके चलते सेब के 800 पौधे बह गए जबकि गोदाम में रखीं सेब की 200 पेटियां भी पानी में बह गयी । इसके अलावा कांगड़ा जिले में रानीताल के पास निर्माणाधीन मटौर-शिमला फोरलेन का 100 मीटर हिस्सा धंस गया। फोरलेन का मलबा नीचे पठानकोट-जोगेंद्रनगर रेललाइन में गिरने से रेल लाइन को भी नुकसान पहुंचा है।
प्रदेश में 137 सड़कें बाधित
मंडी के नौ मील में मनाली-किरतपुर फोरलेन व सिरमौर में पांवटा साहिब-शिलाई-गुम्मा राष्ट्रीय राजमार्ग भूस्खलन के चलते बंद रहे। प्रदेश में 137 सड़कें बाधित हैं। बाथू में दो बच्चे बह गए, जिसमें एक बच्ची के शव को बरामद किया गया जबकि दूसरे की तलाश जारी है।