लखनऊ, डॉ.जितेंद्र बाजपेयी : जयबृज जीआरके फाउण्डेशन के द्वारा वन, पर्यावरण एवं पर्यटन पर सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार में श्री मुकेश मेश्राम, महानिदेशक एवं प्रमुख सचिव, पर्यटन, उत्तर प्रदेश, श्री मनोज कुमार, पूर्व अपर पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0, श्री संजय कुमार, उप प्रबन्ध निदेशक, उ०प्र० वन निगम, श्री प्रखर मिश्रा, निदेशक, पर्यटन, श्री अजीत कुमार चतर्वेदी, उप निदेशक, आकाशवाणी ने प्रतिभाग किया। सेमिनार में मुख्य वक्ता श्री के0के0 सिंह, प्रमुख वन संरक्षक, प्रबन्ध निदेशक, उ०प्र० वन निगम ने सम्बोधित करते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश में वन एवं पर्यावरण से पूर्ण अनेक पर्यटन स्थल है, जहां जाकर लोग प्राकृतिक वास का आनन्द ले रहे है।
ईको-टूरिज्म के बढ़ने से स्थानीय लोगों को लाभ
ईको-टूरिज्म की दिशा में उ0प्र0 वन निगम अनेक कार्य कर रहा है जिससे वन एवं सम्बन्धित क्षेत्र में पर्यटन को बढावा मिल रहा है। मुख्य रूप से दुधवा टाइगर रिजर्व, कतर्निया घाट टाइगर रिजर्व, पीलीभीत टाइगर रिजर्व में काफी कार्य किया गया। इसी दिशा में आगे अमानगढ़ टाइगर रिजर्व में तथा रानीपुर टाइगर रिजर्व में भी कार्य प्रगति पर है। इससे लोगों में वन एवं पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ेगी और इनके संबर्द्धन एवं संरक्षण में उनका योगदान भी बढ़ेगा। साथ ही साथ ईको-टूरिज्म के बढ़ने से स्थानीय लोगों एवं प्रदेश स्तर पर व्यापार के साथ राजस्व का भी लाभ होगा।
के0के0 सिंह, प्रमुख वन संरक्षक, प्रबन्ध निदेशक, उ०प्र० बन निगम ने इस अवसर पर एक मोटर होम को भी उoप्रo पर्यटन विभाग के साथ उनके प्रमुख सचिव, पर्यटन श्री मुकेश मेश्राम के साथ संयुक्त रूप से अनावरण किया। श्री के0के0 सिंह ने मोटर होम की उपयोगिता बताते हुए कहा कि वन एवं संबंधित क्षेत्र में पक्का निर्माण की अनुमति नहीं है, ऐसी स्थिति में मोटर होम ईको-टूरिज्म की दिशा में एक अच्छी पहल सिद्ध हो सकती है। जगह-जगह पर कैम्पिंग साइट डेवलप की जा सकती है।
मुख्य अतिथि मुकेश मेश्राम ने कहा-
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री मुकेश मेश्राम, महानिदेशक एवं प्रमुख सचिव, पर्यटन एवं संस्कृति उoप्रo ने सम्बोधित करते हुए कहा कि आज प्रदेश में पर्यटन के अनेक अवसर उपलब्ध हैं, जिसका लाभ युवा पीढ़ी एवं व्यवसायी ले सकते हैं। जहां भी पर्यटन को बढ़ावा मिलता है वहां चतुर्दिक विकास होता है, जो वहां के स्थानीय निवासियों के साथ ही साथ अन्य लोगों को भी व्यापार का अवसर उपलब्ध कराता है। हाल में ही सम्पन्न महाकुंभ इसका शानदार उदाहरण है, जिसने अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

पर्यटन से होटल, ट्रेवेल, कला-संस्कृति व अन्य दिशा में व्यापार का शानदार अवसर मिलता है। उन्होंने सोशल मीडिया से जुड़े लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आपके लिए प्रचार-प्रसार का बेहतरीन अवसर है। आप प्रदेश की विभिन्न पर्यटन स्थलों पर जाकर सोशल मीडिया के माध्यम से इसका प्रचार-प्रसार कर सकते हैं।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए श्री प्रखर मिश्रा, निदेशक, पर्यटन ने विभिन्न योजनाओं एवं पर्यटन से जुड़कर व्यवसाय करने के अवसर के बारे में विस्तृत चर्चा की। ईको टूरिज्म पर सेमिनार के अवसर एवं संभावना पर बोलते हुए श्री मनोज कुमार, पूर्व अपर पुलिस महानिदेशक ने कहा कि जब पर्यटन को बढ़ावा मिलता है तो जीवन शैली और जीवन का स्तर समृद्धि एवं सुंदर बनता है और उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में शासन व्यवस्था सुदृढ़ है, जिससे पर्यटन में निर्भीक होकर व्यवसाय को आगे बढ़ाया जा सकता है।
कार्यक्रम का संचालन अनीता सहगल बसुंधरा ने किया
इस अवसर पर श्री अजीत कुमार चतुर्वेदी, उपनिदेशक एवं कार्यक्रम प्रमुख आकाशवाणी लखनऊ ने भी पर्यटन की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इसका विकास एवं प्रचार प्रसार आम जनमानस के साथ-साथ प्रदेश की राजस्व को भी संबल प्रदान करने वाला बन सकता है।
जयबृज जीआरके फाउण्डेशन के अध्यक्ष श्री कुमार केशव ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि उ0प्र0 में वन पर्यावरण एवं पर्यटन में अवसर एवं संभावना पर आज उपस्थित अतिथियों ने सारगर्भित एवं विस्तृत जानकारी दी. जिससे प्रदेश में पर्यटन एवं व्यवसाय को और आगे बढ़ाने में बहुत मदद मिलेगी।
कार्यक्रम का सफल संचालन श्रीमती अनीता सहगल बसुंधरा ने बहुत ही रोचक कलात्मक ढंग से किया। इस अवसर पर जयबूज जीआरके फाउण्डेशन ने बुंदेलखण्ड में ईको-टूरिज्म पर पूर्व आयोजित फोटो प्रतियोगिता का विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार की घोषणा की।
सेमिनार में वरिष्ठ जन के अलावा बड़ी संख्या में युवा उद्यमी एवं सोशल मीडिया पर एक्टिव इन्फ्लुएंसर एवं ब्लागर्स उपस्थित रहे उन्होंने भी ईको-टूरिज्म पर अपनी बात बड़े ही प्रभावी ढंग से रखा, जिसकी उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों द्वारा सराहना की गई। इसी प्रकार आगे भी सम-सामयिक एवं सामाजिक मुद्दों पर खुली बहस आयोजित करते रहने के प्रण के साथ सेमिनार समापन की उद्घोषणा की गई।