लखनऊ, संवाददाता : उत्तर प्रदेश में बीते 24 घंटे में वर्षा से जुड़ी घटनाओं में 10 लोगों की मौत हो गई। बुधवार को राज्य राहत आयुक्त कार्यालय ने एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी। मरने वालों में गोरखपुर और मुरादाबाद के तीन-तीन, पीलीभीत, ललितपुर, गाजीपुर और एटा का एक-एक व्यक्ति शामिल है।
रिपोर्ट के अनुसार , राज्य के 13 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। इनमें लखीमपुर खीरी, कुशीनगर, शाहजहांपुर, बाराबंकी, सिद्धार्थनगर, बलिया, गोरखपुर, उन्नाव, देवरिया, हरदोई, अयोध्या, बदायूं और महाराजगंज शामिल हैं। गोरखपुर में राप्ती, सिद्धार्थनगर में बूढ़ी राप्ती और गोंडा में कूनो नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
अच्छी वर्षा के लिए करना होगा इंतजार
प्रदेश मेंवर्षा को लेकर बुधवार को भी ज्यादातर इलाकों में लोगों को मायूसी हुई। आसमान में बादल तो रहे, वर्षा नहीं हुई। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक अगले दो से तीन दिन मौसम ऐसा ही रहने वाला है। 20 जुलाई से मानसून टर्फ के उत्तर की ओर अपने सामान्य स्थिति में खिसकने के बाद प्रदेश में प्रभावी वर्षा की उम्मीद है। जब कि इस बीच कहीं कहीं छिटपुट बारिश की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
बुधवार को को यूपी के कुछ हिस्सों में छिटपुट वर्षा हुई। मुजफ्फरनगर में 29 मिमी, मेरठ में 3.5 मिमी और सुल्तानपुर में 2.4 मिमी. बारिश दर्ज की गई। प्रदेश में दिन के अधिकतम तापमान की बात करें तो आगरा में 38.5 डिग्री, प्रयागराज में 37.7 डिग्री, कानपुर में 37.2 वहीं वाराणसी, बस्ती और हरदोई में 37 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। वहीं रात में बस्ती में सबसे कम 23 डिग्री सेल्सियस, गाजीपुर में 25.5 डिग्री, बाराबंकी व चुर्क में 26.4 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा।
इन जिलों में है वज्रपात की चेतावनी
बृहस्पतिवार को प्रदेश के तराई इलाकों कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, गोरखपुर, एसके नगर, बस्ती के अलावा लखीमपुर खीरी, सीतापुर, फरुखाबाद, लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, अंबेडकरनगर, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड, गौतमबुद्धनगर, बुलन्दशहर, अलीगढ, मधुरा, हाथरस, आगरा, फिरोजाबाद, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर व आसपास के इलाकों में गरज के साथ वज्रपात की चेतावनी जारी की है।