नई दिल्ली,एंटरटेनमेंट डेस्क : बॉलीवुड के टैलेंटेड एक्टर विक्की कौशल की अच्छी संख्या में फीमेल फैन फॉलोइंग है। उनकी गिनती इंडस्ट्री के ए लिस्टर्स में होती है। आज स्टेज पर कॉन्फिडेंस के साथ वार्ता करने वाले विक्की कौशल में कभी लोगों को फेस करने का आत्मविश्वास नहीं था।
बी ए मैन यार’ नाम के शो में विक्की कौशल ने अपने बचपन से जुड़ी कुछ बातों का खुलासा किया। उन्होंने अपने मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े कुछ खुलासे किए। विक्की कौशल ने इस राज से पर्दा उठाया की किशोरावस्था और अपने करियर की शुरुआती दिनों में उन्हें इंफिरियॉरिटी कॉम्पलेक्स था।
उन्होंने कहा, “मुझे ना तो कभी किसी ने अपमानित किया और ना ही मेरे साथ दुर्व्यवहार किया, लेकिन मैं हीन भावना का शिकार था। मैं हमेशा से बहुत दुबला पतला था, ऐसा प्रतीत होता था कि मैं किसी से भी लड़ नहीं सकता।”
खुद को पहुंचाया नुकसान
उन्होंने आगे कहा, “20 या 21 साल की उम्र तक मैं अपनी दाढ़ी तक नहीं बढ़ा पाता था। मैं स्टेज पर जाना चाहता था, लेकिन उन्हें नहीं पता था कि वह कभी एक्टर बन पाएंगे या नहीं। मैंने कभी हीरो का रोल प्ले करने के बारे में नहीं सोचा। सिर्फ एक्टिंग करना चाहता था। इस हीन भावना की वजह से मैं खुद को नुकसान पहुंचा रहा था। अपने बारे में बुरा महसूस करने के लिए ना तो मेरे दोस्त जिम्मेदार थे नहीं मेरा परिवार। मेरे अंदर खुद को लेकर ऐसे विचार आते थे।
वजन को लेकर रहती थी चिंता
विक्की ने कहा, “सब लोग कहते हैं कि मर्द बनो। जैसे अच्छी सेहत होना, दाढ़ी होना और अच्छे बाल होना तभी आपको लोग मर्द मानते है और तभी आप मजबूत दिखते हैं। अगर आप दुबले पतले हैं और आपकी हड्डियां दिखती हैं, तो आपको मर्द जैसा नहीं माना जाता।” विक्की ने बताया कि यंग एज में उन्हें अपने वजन की परेशांन करती थी।