लखनऊ, डॉ.जितेद्र बाजपेयी : उत्तर प्रदेश के पशुधन, दुग्ध विकास, अल्पसंख्यक कल्याण, राजनैतिक पेंशन एवं नागरिक सुरक्षा विभाग के कैबिनेट मंत्री श्री धर्मपाल सिंह ने आज यहां योजना भवन में पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया। पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि निराश्रित गोवंश का संरक्षण एवं संवर्द्धन राज्य सरकार की प्राथमिकता है, और 01 नवम्बर, 2023 से 31 दिसम्बर, 2023 तक दो माह का अभियान चलाकर निराश्रित गोवंश को गोआश्रय स्थलों में संरक्षित किया जायेगा, और गोआश्रय स्थलों पर उनके लिए पर्याप्त व्यवस्थायें सुनिश्चित की जायेगी।
श्री सिंह ने पशुधन विभाग के अद्यतन कार्यकलापों के संबंध में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि अधिक दुग्ध उत्पादन हेतु वर्गीकृत वीर्य से कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम चलाया जा रहा, जिससे 90 प्रतिशत बछिया ही उत्पन्न होती है। मिशन मिलियन अन्तर्गत 10 लाख गोवंशीय पशुओं का वर्गीकृत वीर्य से कृत्रिम गर्भाधान किये जाने का लक्ष्य है, जिसके सापेक्ष लगभग 1 लाख कृत्रिम गर्भाधान किया जा चुका है। वर्गीकृत वीर्य के उत्पादन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से रहमानखेडा लखनऊ में एक अतिआधुनिक प्रयोगशाला की स्थापना की जा रही है।
नस्ल सुधार हेतु राष्ट्रीय गोकुल मिशन (आर०जी०एम०) अन्तर्गत 200 गायों के ब्रीड मल्टीप्लिकेशन फार्म की स्थापना करायी जा रही जिसकी कुल लागत 4 करोड़ है जिसमें 2 करोड़ की सब्सिडी भारत सरकार द्वारा प्रदान की जा रही है। 4 ब्रीड मल्टीप्लिकेशन फार्म की स्वीकृति हो चुकी है जिससे 16 करोड़ का अतिरिक्त निवेश हुआ है।
देशी गोवंश एवं दुग्ध उत्पादन बढ़ाने हेतु नन्दबाबा दुग्ध मिशन लागू
श्री सिंह ने बताया कि प्रदेश में उच्च उत्पादक देशी गोवंश एवं दुग्ध उत्पादन बढ़ाने हेतु प्रदेश सरकार द्वारा नन्दबाबा दुग्ध मिशन लागू किया गया है। मिशन अन्तर्गत नंदिनी कृषक समृद्धि योजना में 25 स्वदेशी गोवंश की 35 डेयरी इकाईयां 10 जनपदों यथा वाराणसी गोरखपुर, बरेली, लखनऊ, झांसी मे प्रत्येक में 4 इकाईया एवं जनपद प्रयागराज, आयोध्या, आगरा, कानपुर नगर मेरठ प्रत्येक मे 3 इकाईया स्थापित की जा रही है। इसके लिए अधिकतम 31.5 लाख रूपये के अनुदान की व्यवस्था है। योजनान्तर्गत प्रदेश के बाहर से साहीवाल थारपारकर गिर एवं हरियाणा प्रजाति के गोवंश क्रय किए जाएंगे तथा आधुनिक डेयरी स्थापित की जाएंगी।
मुख्यमंत्री स्वदेशी गौ-संवर्धन योजनान्तर्गत 2 स्वदेशी उन्नत नस्ल के दुधारू गोवंश को बाहर से क्रय, उनके बीमा, शेड व चारा काटने की मशीन इत्यादि पर 2 लाख रूपये तक के लिए 40 प्रतिशत या अधिकतम रु०-80,000 की छूट की योजना वर्तमान में 18 जनपदो में संचालित है। इसके अंतर्गत साहीवाल, थारपारकर गिर हरियाणा एवं गंगातीरी गोवंश का पालन किया जायेगा। योजनांतर्गत 18 मण्डल मुख्यालय जनपदो 1008 इकाइया स्थापित की जा रही है।
श्री सिंह ने बताया कि निराश्रित गोवंश संरक्षण योजनान्तर्गत अद्यतन 6940 गौ आश्रय स्थलों में कुल 12.11 लाख गोवंश संरक्षित है। मा० मुख्यमंत्री जी द्वारा गोवंश के भरण पोषण हेतु रू0 30 प्रति गोवंश प्रतिदिन को बढ़ाकर रू0 50 प्रति गोवंश प्रतिदिन किया गया है। गोवंश के भरण पोषण हेतु रू0 1000.00 करोड़ की बजट व्यवस्था की गयी है। मा० मुख्यमंत्री सहभागिता योजना तथा पोषण मिशन अन्तर्गत 101737 पशुपालकों को अद्यतन 187564 गोवंश सुपुर्द किये गये है। गोवंशो के भरण पोषण हेतु डी०बी०टी० द्वारा सीधे भुगतान किया जा रहा है, निदेशालय स्तर पर एकीकृत कमांड कन्ट्रोल सेन्टर स्थापित। अभियान चलाकर प्रदेश में लगभग 8103 हेक्टयर गोचर भूमि को कब्जा मुक्त कराकर 3782 हे0 भूमि पर हरा चारा उत्पादन किया जा रहा है।