संवाददाता, ब्यूरो : केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि वक्फ संशोधन विधेयक पर मुस्लिम समाज में भ्रम फैलाया जा रहा है। लाउडस्पीकर से गली-गली में गलत संदेश दिया जा रहा है कि सरकार वक्फ की जमीनें छीन लेगी, कब्रगाहों पर कब्जा कर लेगी। यह सारी गलत बातें हैं।
केंद्रीय मंत्री का यह रुख सोमवार को जंतर-मंतर पर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के धरना-प्रदर्शन से पहले आया है। रिजिजू रविवार को इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर में दिल्ली भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा की ओर से आयोजित रोजा इफ्तार पार्टी से इतर पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे।
विपक्ष पर झूठ फैलाने का आरोप
उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान कानून से चलता है। कैसे कोई किसी की जमीन छिन सकता है? फिर भी अगर सरकार कुछ गलती करती है तो न्यायालय है। उन्होंने विपक्ष पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया। कहा कि उनका काम विरोध करना है, लेकिन झूठ तो न बोलें।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार यह कानून मुस्लिम समाज की भलाई के लिए लाई है। वैश्विक स्तर पर देश में सर्वाधिक वक्फ की जमीन है, सरकार की जिम्मेदारी है कि उसका फायदा समाज को मिले। कहा कि जेपीसी पर सभी सवालों का जवाब दिया गया है। जब यह कानून संसद में आएगा तो एक-एक बात का जवाब दूंगा।
विपक्षी पार्टियों को भी निमंत्रण
उधर, मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के एक पदाधिकारी ने बताया कि सोमवार को प्रदर्शन में जमीयत उलेमा-ए-हिंद, जमात-ए- इस्लामी, जमीयत अहले हदीस व ऑल इंडिया मिल्ली काउंसिल जैसे धार्मिक संगठन भाग लेंगे।
इसी तरह कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, विपक्ष के नेता राहुल गांधी, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, राजद से मनोज झा, आप से संजय सिंह समेत डीएमके, एआईएमआईएम, तृणमूल कांग्रेस अन्य विपक्षी दलों को भी आमंत्रित किया गया है। कहा कि प्रदर्शन में केंद्र सरकार के विरुद्ध आगे के आंदोलन की घोषणा होगी।