बर्लिन, एपी : जर्मनी यूक्रेन की तब तक मदद करेगा जब तक यूक्रेन को जरूरत होगी। यह बात जर्मनी के चांसलर ओलफ शुल्ज ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से कही है। जेलेंस्की रविवार को उनसे मिलने बर्लिन पहुंचे थे। जेलेंस्की ने जर्मनी द्वारा की जा रही आर्थिक, सैन्य और राजनीतिक सहायता के लिए ओलफ शुल्ज का आभार व्यक्त किया।
यूक्रेन की सैन्य सहायता कर रहा जर्मनी- जेलेंस्की
जेलेंस्की ने कहा कि अमेरिका के बाद जर्मनी यूक्रेन की सबसे ज्यादा सहायता कर रहा है। इस दौरे में जेलेंस्की फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मिलने पेरिस भी जा सकते हैं। जर्मन चांसलर शुल्ज के साथ संयुक्त प्रेस कान्फ्रेंस में जेलेंस्की ने कहा है कि उनकी सेना के जवाबी हमले का उद्देश्य रूस के कब्जे से अपनी जमीन को मुक्त कराना है। यूक्रेन रूस की धरती पर हमला नहीं करेगा। रूस पर हमला करने के लिए यूक्रेन के पास न समय है और न ही उसके पास उतनी शक्ति है।
वेटिकन में पोप फ्रांसिस से की थी मुलाकात
विदित हो कि यूक्रेन के क्रीमिया और डोनबास सहित कई इलाके 2014 से रूस या उसके द्वारा समर्थित सशस्त्र गुटों के कब्जे में हैं। इससे पहले जेलेंस्की इटली की राजधानी रोम से विमान के जरिये जर्मनी की राजधानी बर्लिन पहुंचे। शनिवार को उन्होंने इटली के नेताओं और वेटिकन में पोप फ्रांसिस से मुलाकात किया था ।
दो कमांडरों की मृत्यु
पूर्वी यूक्रेन की लड़ाई में बाखमुट क्षेत्र में रूस के दो सैन्य कमांडर मारे गए हैं। मारे गए कमांडर फोर्थ मोटराइज्ड राइफल ब्रिगेड के प्रमुख व्याचेस्लाव माकरोव और एक अन्य सैन्य इकाई के उप प्रमुख येवगेनी ब्रोव्को थे। माकरोव की मौत युद्ध के मोर्चे पर हुई जबकि घायल ब्रोव्को ने अस्पताल में मृत्यु हो गई । यूक्रेनी सेना के तेज हुए हमलों के चलते युद्ध मोर्चे पर यह स्थिति बनी। यह जानकारी रूसी रक्षा मंत्रालय ने दिया है।
हथियारों का गोदाम हुआ तबाह
पश्चिमी देशों से मिले हथियारों और गोला-बारूद के यूक्रेनी सेना के गोदाम पर हमला कर रूस ने उसे बर्बाद कर दिया है। यह हमला निप्रोपेट्रोव्स्क के यूक्रेनी सेना के अड्डे पर हुआ है। यह जानकारी रूसी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल इगोर कोनाशेंकोव ने दी है।