वॉशिंगटन, एजेंसी : रूस और यूक्रेन के बीच 16 महीने से ज्यादा वक्त से युद्ध छिड़ा हुआ है और दोनों देश एक-दूसरे के खिलाफ सैन्य बढ़त हासिल करने के उद्देश्य के साथ अपनी रणनीति को अंजाम देने में जुटे हुए हैं। इस बीच यूक्रेन ने एक बार फिर से पश्चिम देशों की तरफ मदद के लिए हाथ बढ़ाया है। ऐसे में यूक्रेन को बहुत ही फायदा होने वाला है, जबकि अमेरिका ने यूक्रेन को क्लस्टर बम देने का निर्णय लिया है।
अमेरिका द्वारा यूक्रेन को एक सैन्य सहायता पैकेज मुहैया कराया जा रहा है। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने शुक्रवार को इस बात की घोषणा किया। इस पैकेज में क्लस्टर बम भी सम्मिलित हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन बोले ?
राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि यूक्रेन को क्लस्टर बम सामग्री भेजना एक कठिन निर्णय था, लेकिन यूक्रेन को इसकी सख्त जरूरत है। दरअसल, रूस के खिलाफ जंग में यूक्रेन का गोला-बारूद खत्म हो रहे है। ऐसे में यूक्रेन ने अमेरिका से जल्दी से सैन्य मदद मुहैया कराने का प्रार्थना किया था।
बाइडन ने सीएनएन को बताया कि यह मेरी ओर से लिया गया बेहद कठिन निर्णय था। हालांकि, मैंने अपने सहयोगियों के साथ इस पर चर्चा की। यूक्रेनियों के पास गोला-बारूद खत्म हो रहा है।
जबकि यूक्रेन के लिए सैन्य सहायता पैकेज को लेकर बाइडन सरकार के अंदर महीनों तक बहस हुई थी कि क्या यूक्रेन को 100 से ज्यादा देशों में प्रतिबंधित क्लस्टर बम प्रदान किए जाएं या नहीं।
विनाशकारी क्लस्टर बम
यह खास तरह के बम होते हैं, जो एक साथ सैंकड़ों छोटे-छोटे बमों से बनते हैं। फटने पर ये बड़े इलाके में फैल जाते हैं और अधिक संख्या में लोगों को घायल करते हैं। क्लस्टर बम बेहद खतरनाक और विनाशक बमों की श्रेणी में आता है।
क्लस्टर बम को बमों का एक गुच्छा भी कहा जाता है। इसे लड़ाकू विमानों के द्वारा गिराया जाता है। एक ही क्लस्टर बम में कई बम गुच्छे के रूप में होते हैं। दागे जाने के बाद क्लस्टर बम अपने भीतर के बमों को गिराने से पहले हवा में मीलों तक उड़ सकते हैं, जबकि गिरने पर यह 25 से 30 मीटर के दायरे में भारी तबाही मचा देते हैं।