VISHESH SHUKLA REPUBLIC SAMACHAR || भारत और मेजबान दक्षिण अफ्रीका के बीच तीसरा टी-20 मैच गुरुवार को खेला जाएगा। इसमें भारत के सामने जीत के साथ सीरीज में बराबरी करने की मुश्किल चुनौती होगी। इसके लिए भारतीय गेंदबाजों को अपने प्रदर्शन में काफी सुधार करना होगा क्योंकि चयनकर्ताओं की नजरें अगले साल इस प्रारूप के विश्व कप के लिए सही संयोजन तलाशने पर भी लगी हैं।
गेंदबाज नही दिखे लय में
मंगलवार को खेले गए दूसरे टी-20 मैच में भारतीय गेंदबाज लय के लिए जूझते नजर आए। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह और मुकेश कुमार ने क्रमशः 15.50 और 11.33 रन प्रति ओवर की दर से रन लुटाए। बारिश और ओस ने उनका काम मुश्किल किया लेकिन दोनों की गेंदबाजी में कल्पनाशीलता और नियंत्रण का अभाव भी साफ नजर आया।
निजी कारणों से सीरीज से बाहर दीपक चाहर की कमी भी टीम को खली। जसप्रीत बुमराह जैसे सीनियर की गैर- मौजूदगी में टीम प्रबंधन का भरोसा अर्शदीप और मुकेश पर ही था। लेकिन दोनों अभी तक इस भरोसे पर खरे नहीं उतर सके और दबाव के क्षणों में लय के लिए जूझते दिखे।
अब चार मैच ही बचे
दूसरे टी- 20 में भी दोनों ने निराश किया। सीरीज गंवाने से बचने के लिए उन्हें कल उम्दा प्रदर्शन करना होगा। टी-20 विश्व कप से पहले भारत को अब सिर्फ चार टी- 20 मैच खेलने हैं और चयनकर्ताओं का ध्यान खींचने के लिए अब उनके पास ज्यादा मौके नहीं हैं। एक साल और चार महीने बाद टी-20 मैच खेलने वाले रवींद्र जडेजा भी प्रभावित नहीं कर सके।
सूर्य-रिंकू से फिर उम्मीदें
रिंकू सिंह ने इस प्रारूप में पहला पचासा बनाया। वह फिनिशर की भूमिका निभाना चाहेंगे। कप्तान सूर्यकुमार ने भी एक और अर्धशतक जमाया। खेलप्रेमियों को दोनों से मैच विजयी पारी खेलने की उम्मीद होगी।