Vande Bharat Train से बनारस-नई दिल्ली रूट पर यात्रियों को मिलेगी राहत

VANDE-BHARAT

वाराणसी, ब्यूरो : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेवापुरी स्थित जनसभा स्थल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बनारस-नई दिल्ली रूट पर दूसरी वंदे भारत और ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पीडीडीयूनगर-न्यू भाऊपुर 402 किमी लंबी लाइन का शुभारंभ किया। इस दौरान दोहरीघाट-मऊ, गोरखपुर के बड़हलगंज, गोला और गगहा के बीच नई डीएमयू ट्रेन सेवा और कैंट स्टेशन स्थित रेलवे क्लेम ट्रिब्यूनल सेंटर का भी शुभारंभ किया। दूसरी नई वंदे भारत के संचालन से बनारस-नई दिल्ली रूट पर यात्रियों को काफी सहूलियत होगी। प्रयागराज, कानपुर के यात्रियों को भी इस वंदे भारत से सुविधा मिलेगी।

कैंट स्टेशन पर कार्यक्रम के दौरान कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर, डीआरएम मनीष थपल्याल , एडीआरएम लालजी चौधरी, आईआरसीटीसी के क्षेत्रीय प्रबंधक अजीत कुमार सिन्हा, आरपीएफ के वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त आशुतोष पांडेय, सीनियर डीसीएम रेखा शर्मा आदि उपस्थित रही ।

10903 करोड़ से तैयारनई डीएफसी लाइन शुरू

10903 करोड़ से तैयार पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर- न्यू भाऊपुर के बीच नई डीएफसी लाइन के शुरू होने से कोयला बेल्टों से उत्तरी भारत के बिजली घरों तक निर्बाध कनेक्टिविटी होगी। यात्री ट्रेनें नहीं पिटेंगी। इस रूट पर सिर्फ माल गाड़ियों का ही संचालन होगा। रेल अधिकारियों के अनुसार इस रूट पर 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से मालगाड़ियां चलेंगी।

दोहरीघाट-मऊ के 100 ग्राम पंचायत के लोगों के लिए आराम
इंदारा-दोहरीघाट रेल मार्ग पर मऊ के लिए नई डीएमयू के संचालन से आसपास के 100 से अधिक गांव के ग्रामीणों को सहूलियत होगी। 35 किमी लंबे इस रूट को 135 करोड़ के बजट से तैयार किया गया है। पूर्वोत्तर रेल अधिकारियों के अनुसार, इस ट्रैक के बनने से इंदारा, दोहरीघाट, गोरखपुर और मऊ के बीच यात्रियों को सड़क मार्ग का कम उपयोग करना होगा।

सूबे के पांचवें न्यायाधिकरण की पीठ का गठन, नहीं लगानी होगी दौड़
वाराणसी और आसपास जिले के रेल हादसों के पीड़ितों को मुआवजे के लिए गोरखपुर, प्रयागराज, लखनऊ तक की दौड़ नहीं लगानी होगी। कैंट स्टेशन स्थित पुराने आरक्षण केंद्र में रेलवे क्लेम ट्रिब्यूनल सेंटर का शुभारंभ हो गया। सूबे के पांचवें न्यायाधिकरण की पीठ का गठन किया गया है। पीठ के दो सदस्य न्यायिक और तकनीकी सुनवाई करेंगे। कोर्ट परिसर में अधिवक्ताओं, उपभोक्ताओं और अन्य के लिए सुविधाएं मुहैया कराई गई हैं।

पूर्वोत्तर रेलवे के क्रू मेंबर,कैंट स्टेशन का चेकिंग स्टाफ, कैंट स्टेशन के सीआईटी प्रशांत सिंह के अनुसार वंदे भारत में दो सीआईटी, छह-छह टीटीई और टीसी की ड्यूटी है। गेट एक पर टीटीई सुमन कुमार, गेट नंबर दो पर पंकज शुक्ल, गेटनंबर 3 पर रविकांत वर्मा, सीआईटी सुप्रभातम चतुर्वेदी और राजेश कुमार पार्सल गेट पर रहे।

लाल कार्पेट से वंदे भारत में सवार हुए यात्री

इनॉगरल रन की ट्रेन 04015 वंदे भारत को गुलाब की फूलों से सजाया गया। वंदे भारत में सवार होने वाले यात्रियों के लिए प्लेटफॉर्म पर रेड कार्पेट बिछाया गया। रेड कार्पेट से होकर यात्री ट्रेन में सवार हुए हैं। यात्रियों के अनुसार पहली वाली वंदे भारत से यह ट्रेन कुछ अलग है। इसकी सीट आरामदायक है। पीछे झुकाव की भी सुविधा है। पहली वाली वंदे भारत में इस तरह की सुविधा नहीं है। यात्री सुरक्षा के लिहाज से पायलट और गार्ड के पास ऐसी व्यवस्था दी गई है कि खतरा का पता चलते ही बटन दबाएंगे और ट्रेन खड़ी हो जाएगी।

हर-हर महादेव के जयकारे के साथ यात्रियों ने अपराह्न पौने तीन बजे सफर शुरू किया। ट्रेन के अंदर क्रू मेंबर और कैंट स्टेशन के चेकिंग स्टाफ दल ने यात्रियों को उनकी सीट तक पहुंचाया। उत्तर रेलवे के अधिकारियों ने भी ट्रेन के अंदर सवार यात्रियों से फीडबैक लिया। पहली यात्रा में शहर के स्कूली लगभग दो सौ बच्चे भी सवार हुए हैं। हालांकि इन बच्चों को प्रयागराज से पहले माधोसिंह रोड स्टेशन पर उतार लिया गया। वहां से बच्चे निजी बस से वाराणसी अपने घर आए।

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