इंदौर, संवाददाता : लगातार हार्ट अटैक के मामले बढ़ गए है। कम उम्र के लोगों की मृत्यु की वजह दिल के दौरे बन रहे है। इंदौर में सियागंज के व्यापारी को उस समय अटैक आया, जब वह एक्टिवा से घर जा रहे थे और हींग लेने एक दुकान पर रुके।
तबी अचानक उन्हें अटैक पड़ा और वे एक्टिवा से गिर पड़े। दूसरे व्यापारियों ने सीपीआर देकर जान बचाने की कोशिश भी किया ,लेकिन उनके दिल की धड़कन नहीं लौटी। अस्पताल ले गए तो डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
उषा नगर मेें रहने वाले किराना व्यापारी और ब्रोकर एसोसिएशन के उपाध्यक्ष 55 वर्षीय पंकज गादिया जैन की सियागंज में दुकान है। वे दुकान से एक्टिवा से घर लौट रहे थे। कुछ देर बाद उन्होंने एक दुकान पर हींग लेने के लिए गाड़ी रोकी। वे गाड़ी साइड स्टैंड पर लगाते, उसके पहले उन्हें दिल का दौरा पड़ गया और वे गाड़ी समेत गिर पड़े।
दूसरे व्यापारियों ने उन्हें गिरते देखा और उनका सीना बार-बार दबाकर सांस लौटाने की कोशिश किया ,लेकिन प्रयास सफल नहीं हो पाए। दूसरे व्यापारी पंकज को निजी अस्पताल ले गए, लेकिन तब तक उनकी मृत्यु हो चुकी थी।
व्यापारी के पहले एक 27 वर्षीय पेेंटर की भी हार्टअटैक से मृत्यु हो चुकी है। पेंटर एक खाली बाल्टी पर बैठा था, तभी उसे अटैक आया और पीछे की तरफ गिर पड़ा। उसके हाथ भी अकड़ गए।
ठंड में अटैक के प्रकरण पर डाक्टरों का कहना है कि ठंड में तापमान कम होने से रक्त की धमनियां सिकुड़ जाती है। इस कारण रक्त का प्रवाह शरीर में प्रभावित होता है और ठीक तरह से वह दिल तक नहीं पहुंच पाता है। इससे हार्टअटैक की आशंका बढ़ जाती हैै। ठंड के समय दिल के रोगी भी अस्पतालो में बढ़ जाते है।