जौनपुर(खुटहन), आर एन दुबे : आज के परिवेश में जहां पश्चात सभ्यताएं कभी स्वतंत्रता का अधिकार तो कभी जीने की आजादी बोलकर हमारे परिवेश,समाज और संस्कृति को दिन प्रतिदिन दूषित किए जा रही हैं। तो वही जनसंख्या के मामले में जनपद के सबसे बड़े ग्रामसभा पिलकिछा में स्थित दौलतपुर गांव के लोग आज भी पुरानी परंपराओं और संस्कृतियों को संजोए हुए हैं।
आपको बता दें कि रंगो का त्योहार होली हिंदुओं के प्रमुख त्यौहारों में एक माना जाता है। गांव के वयोवृद्ध बताते हैं कि उनके समय में होली आने के एक दो माह पूर्व से ही फगुआ गायन किसी न किसी घर में होना शुरू हो जाता था। हर तरफ रंग अबीर गुलाल ही नजर आते थे।वही आजकल ऐसा परिवेश दूर – दूर तक दिखता ही नहीं है। ऐसे में आज भी इस गांव के लोग प्रतिदिन किसी न किसी के घर पर फगुआ का आयोजन कर के खूब आनंद उठाते हैं।
वरिष्ठ गायक कलाकार पंडित राजेन्द्र प्रसाद तिवारी से पूछने पर उन्होंने बताया कि गांव के लोग उनके पास आते हैं और कहते है “दादा आज हमरे घरे फगुआ होए।”और वो सभी ग्रामवासियों को सबके सुविधानुसार सायंकाल का समय 6 बजे से 8 बजे तक निर्धारित करते हैं।और उक्त समय पर सभी ग्रामवासी एकत्रित होते हैं।और जमकर होली का लुत्फ उठाते हैं।
मंगलवार को पंडित उमेश दुबे के निज निवास पर जमकर फगुआ गायन हुआ। जिसमें विनीत तिवारी,अवधेश दुबे,रमेश दुबे,सुरेश दुबे,अली मोहम्मद,राधेश्याम उपाध्याय,अमित तिवारी,राकेश तिवारी,पंडित गुरु प्रसाद तिवारी,दिनेश दुबे,परमात्मा दुबे,जवाहर लाल दुबे,कृष्ण चन्द,रामचंद्र समेत बड़ी संख्या में गाने वाले और सुनने वाले ग्रामवासी मौजूद रहे।