मथुरा के कृष्ण विहार में 30 जून को धराशायी हुई 2.50 लाख लीटर की पानी टंकी के हादसे की तकनीकी जांच को 40 लाख रुपये का बजट शासन ने स्वीकृत कर दिया है। जल्द ही यह धनराशि जल निगम के खाते में आएगी। इसमें से आईआईटी दिल्ली की टीम को करीब 25 लाख रुपये का भुगतान होगा। मिट्टी परीक्षण पर करीब 11 लाख रुपये और टंकी सामग्री की जांच पर 4 लाख रुपये भी इसी राशि में खर्च किए जाएंगे।
पानी टंकी हादसे में 3 लोगों की मौत हुई थी। 13 लोग घायल हुए थे। इसके अलावा कृष्ण विहार के 40 से अधिक मकान क्षतिग्रस्त हुए थे। इस मामले में जल निगम शहरी के अधीक्षण अभियंता रत्नेश कुमार श्रीवास्तव ने अनुबंधित फर्म आगरा की मैसर्स एसएम कंस्ट्रक्शन, जेवी मैसर्स बनवारी और उत्तराखंड की जेवी मैसर्स त्रिलोक सिंह रावत के खिलाफ कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। कोतवाली पुलिस ने त्रिलोक सिंह रावत को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
अन्य दोनों की तलाश जारी है। प्रशासनिक जांच एडीएम न्यायिक की चार सदस्यीय कमेटी ने सौंप दी है। इसमें रिसाव को टंकी हादसे का कारण माना गया है। एसई, जल निगम शहरी रत्नेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि जल्द ही जांच की एवज में भुगतान किया जाएगा। जांच रिपोर्ट आने के बाद टंकी गिरने के सही कारणों का खुलासा होगा।