नई दिल्ली, एंटरटेनमेंट डेस्क : हिंदी सिनेमा उधोग के नंबर वन हीरो रणबीर कपूर 42 वर्ष के हो गए। सोचकर देखा तो लगता है कि जैसे कल की ही बात है जब फिल्म ‘सांवरिया’ के सेट पर कपूर खानदान का एक छोरा किसी कोने में सुबकता नजर आया करता था। भंसाली की ‘ठुकाई’ से गढ़ा गया हिंदी सिनेमा का ये नायाब कलाकार हिंदी सिनेमा में अल्फा मेन की नई पहचान माना जाता है। और, जिस कहावत का खूब जिक्र चलता है, उसके मुताबिक बड़ा होकर ये कपूर अब बच्चन भी बन चुका है। रणबीर को निर्देशित करने वाले फिल्मकार उनके प्रशंसक बन जाते हैं और ऐसी ऐसी बातें उनके बारे में बोल देते हैं, जिन्हें भूल पाना मुश्किल है…
भंसाली का पसंदीदा बच्चा
हिंदी सिनेमा में रणबीर कपूर को पहला ब्रेक देने वाले डायरेक्टर संजय लीला भंसाली एक इंटरव्यू में कहते हैं, ‘रणबीर मेरा पसंदीदा बेटा है। वह उस चीज का हिस्सा है जिसे मैंने ‘सांवरिया’ में बनाया। वह मेरे लिए बहुत प्रिय है इसलिए जब भी मैं कोई फिल्म बनाता हूं तो लगता है इस भूमिका में रणबीर को लिया जाए तो क्या ही होगा?’
हां, वह महत्वाकांक्षी हैं…
कटरीना और रणबीर कपूर के लेकर फिल्म ‘अजब प्रेम की गजब कहानी’ बनाने वाले निर्देशक राजकुमार संतोषी कहते हैं, ‘रणबीर हमारे समय के सबसे प्रतिभाशाली एक्टर में से एक हैं। मुझे उनकी प्रतिभा के बारे में अच्छे से पता है। एक एक्टर के रूप में वह काफी अनुशासित हैं। वह काफी महत्वाकांक्षी हैं लेकिन ये महत्वाकांक्षा खुद को बेहतर करने को लेकर है ना कि स्टारडम के प्रति।‘
अपने काम को लेकर केंद्रित
प्रकाश झा ने रणबीर कपूर को उनके करियर के शुरुआती दौर में ‘राजनीति’ जैसी गंभीर फिल्म का हिस्सा बनाया और फिल्म के प्रमुख किरदारों में शामिल किया। प्रकाश झा से रणबीर कपूर का जब भी जिक्र चलता है, वह खुश होकर कहते हैं, ‘उनकी ईमानदारी मुझे पसंद है। रणबीर तेजतर्रार तो हैं ही, साथ ही वह अपने काम को लेकर बहुत ही ज्यादा फोकस्ड हैं।’
बिल्कुल अलग लीग के एक्टर
साल 2023 में रणबीर कपूर को उनके करियर की व्यावसायिक तौर पर सबसे सफल फिल्म देने वाले ‘एनिमल’ निर्देशक संदीप रेड्डी वांगा कहते हैं, ‘वह रॉबर्ट डी नीरो, अल पचीनो और कमल हसन का मिक्स्ड वर्जन हैं। रणबीर एक महान एक्टर हैं। वह ओरिजनल हैं और बिल्कुल अलग लीग के एक्टर हैं। बतौर अभिनेता उनकी कोई सीमा नहीं है।’