नई दिल्ली, एंटरटेनमेंट डेस्क : हिंदी सिनेमा के इतिहास की सबसे विवादित मूवीज की लिस्ट में निर्देशक शेखर कपूर की फिल्म बैंडिट क्वीन का नाम शामिल होता है। इस मूवी में डाकू फूलन देवी की कहानी को दिखाया गया था। सिनेमाघरों में कुछ समय चलने के बाद सेंसर बोर्ड और सरकार ने इस मूवी को बैन कर दिया है।
हालांकि बैंडिट क्वीन आज के समय में ओटीटी प्लेटफॉर्म पर देखने को मिल जाती है। हाल ही में शेखर ने अपनी इस फिल्म को ऑनलाइन देखा है और इसको लेकर नाराजगी व्यक्त की है। इसका कारण ओटीटी वर्जन में उनकी सहमति के बिना फिल्म को एडिट कर कुछ सीन्स को कट करना है।
शेखर ने जताई नाराजगी
साल 1994 में फिल्म बैंडिट क्वीन को थिएटर्स में रिलीज किया गया था। एक्ट्रेस सीमा बिश्वास ने इस मूवी में फूलन देवी की भूमिका को अदा किया था। जबकि दिग्गज अभिनेता मनोज बाजपेयी ने इस फिल्म से हिंदी सिनेमा में कदम रखा था।
बैन होने के बाद अब ये फिल्म ओटीटी प्लेटफॉर्म अमेजन प्राइम वीडियो पर मौजूद है। जिसपर शेखर कपूर ने इसको हाल ही में देखा है और अपने ऑफिशियल एक्स अकाउंट पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने लिखा है-
मुझे आश्चर्य है कि ओटीटी प्लेटफॉर्म मुझे बैंडिट क्वीन उसी आधार पर बनाने देंगे, जिस तरह से सालों पहले मैंने ये फिल्म बनाई थी। क्योंकि अमजेन प्राइम वीडियो पर मुझे मेरी वाली बैंडिट क्वीन नजर नहीं है। इसमें मेरी बिना सहमति के सीन्स को एडिट किया गया है।
इस तरह से शेखर कपूर ने ओटीटी प्लेटफॉर्म अमजेन प्राइम वीडियो को उनकी फिल्म के साथ छेड़छाड़ करने के लिए एक तरह से लताड़ लगाई है।
बॉक्स ऑफिस पर सफल रही थी बैंडिट क्वीन
बेशक बैंडिट क्वीन को देशभर में बैन कर दिया गया था। लेकिन इस मूवी को बनाने के लिए जो साहस शेखर कपूर ने दिखाया, उसके लिए उनकी खूब प्रशंसा हुई थी। कुछ ही हफ्तों के लिए ये मूवी बड़े पर्दे पर रही, इतने ही समय में बॉक्स ऑफिस पर कमाई के मामले में इसने गर्दा उड़ाया और सफलता का मुकाम हासिल किया।
मैं ये पूछना चाहता हूं क्या मेकर्स की बगैर इजाजत के ओटीटी पर किसी मूवी को एडिट किया जा सकता है। इसके अलावा क्या किसी में इतनी हिम्मत होगी की वह क्रिस्टोफर नोलन की फिल्म को बिना उन्हें पूछे एडिट करने की हिम्मत कर दे।