बरेली, संवाददाता : पुलिस ने इनामुल हक समेत 27 मांस तस्करों की हिस्ट्रीशीट खोली है। इनामुल हक पांच साल से लखनऊ जेल में बंद है। उसे एटीएस की विशेष अदालत ने 10 साल कैद की सजा सुनाई है। वह बरेली के किला क्षेत्र का रहने वाला है।
आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त बरेली के इनामुल हक और मांस तस्करों पर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। किला थाना क्षेत्र के कटघर क्षेत्र से वर्ष 2020 में पकड़े गए अंसार गजवत उल हिंद के आतंकी इनामुल हक और 27 मांस तस्करों समेत 31 अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोली है। संबंधित थानों की पुलिस इनकी गतिविधियों की नियमित निगरानी करेगी।
आतंकी इनामुल हक को पिछले साल एटीएस की विशेष अदालत ने दस साल कैद की सजा सुनाई थी। वह पांच साल से लखनऊ की जेल में बंद है। एसएसपी अनुराग आर्य ने भविष्य में उसकी रिहाई की स्थिति को भांपकर निगरानी रखने के लिए हिस्ट्रीशीट खोलने का आदेश दिया था, जिस पर अब कार्रवाई की गई है। इसके साथ ही प्रेमनगर में वाहन चोर अंजुम खां, विशारतगंज में मादक पदार्थ तस्कर साजिद हुसैन, अलीगंज में मादक पदार्थ तस्कर संजीद खां की हिस्ट्रीशीट खोली गई है।
भोजीपुरा में सर्वाधिक दस मांस तस्करों की खुली हिस्ट्रीशीट
भोजीपुरा थाने में सर्वाधिक 10 मांस तस्करों की हिस्ट्रीशीट खोली गई है। मांस तस्कर छुट्टन, कल्लू, इस्माइल, ताहिर, सलीम उर्फ कालिया, सलमान, जाकिर, फईम, अफसार और नसीम की हिस्ट्रीशीट खोली गई है। मीरगंज में पप्पू कुरैशी, सिरौली में आबिद उर्फ अर्दली व साजिद, बहेड़ी में खलील व हसीब, शीशगढ़ में अफजाल उर्फ छोटे, देवरनियां में इरफान, चांद उर्फ चन्ना, आमिर, अनवार, शमशाद, कल्लू उर्फ कलुआ, आरिफ, शाहिद और तस्लीम, फतेहगंज पश्चिमी में सलीम, युसूफ मंसूरी की हिस्ट्रीशीट खोली गई है।
जुआ, तस्करी और चोरी में भी संलिप्त हैं मांस तस्कर
जिन मांस तस्करों की हिस्ट्रीशीट खोली गई है, सभी पुराने अपराधी हैं। इनमें कई पर हत्या, मादक पदार्थ की तस्करी, नकबजनी, जुआ और मारपीट जैसे मुकदमे दर्ज हैं। सिरौली के मांस तस्कर आबिद अली उर्फ अर्दली पर हत्या, देवरनियां के इरफान पर मादक पदार्थ की तस्करी, देवरनियां के ही आरिफ पर चोरी, फतेहगंज पश्चिमी के सलीम और युसूफ मंसूरी पर नकबजनी और चोरी, भोजीपुरा के कल्लू पर चोरी, जाकिर पर जुआ और फईम पर मारपीट के मुकदमे दर्ज हैं।
एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि मांस तस्करी व अन्य अपराधों में लिप्त 31 अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोली गई है। सभी संबंधित थानों के प्रभारियों को इनकी निगरानी का निर्देश दिया है। इनामुल हक की लखनऊ जेल से जब भी रिहाई होगी, उसके बाद जिले में रहने की स्थिति पर निगरानी रखी जाएगी।