यरुशलम, एपी : युद्धविराम के प्रयासों के बीच गाजा में जारी इजरायली हमलों में शनिवार को 72 लोग मारे गए। इनमें से 12 लोग गाजा सिटी में फलस्तीन स्टेडियम के नजदीक बने शरणार्थी शिविर में मारे गए जहां पर बेघर होने के बाद वे रह रहे थे। ये लोग तब मारे गए हैं जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा में अगले सप्ताह युद्धविराम की संभावना जताई है।
ट्रंप बोले – हम गाजा में शांति के लिए कार्य कर रहे हैं
ट्रंप ने कहा, हम गाजा में शांति के लिए कार्य कर रहे हैं। पता चला है कि युद्धविराम पर बात करने के लिए अगले सप्ताह इजरायल के रणनीतिक मामलों के मंत्री रोन डरमर वाशिंगटन जाएंगे और वह ट्रंप प्रशासन के उच्चाधिकारियों से बात करेंगे।
इस साल मार्च में युद्धविराम टूटने के बाद से गाजा में लड़ाई रुकवाने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं लेकिन वे सफल नहीं हो पाए हैं। इस दौरान इजरायल की सेना के हमले भी वहां लागतार जारी रहे जिनमें हजारो लोगो की मृत्यु हो गई हैं।
गाजा में 50 इजरायली नागरिक बंधक बने हुए हैं
गाजा में 50 इजरायली नागरिक अभी भी बंधक बने हुए हैं लेकिन मुश्किल से 25 लोगो के ही जिन्दा होने की संभावना है। सात अक्टूबर, 2023 को फलस्तीनी उग्रवादियो ने इजरायली शहरों पर हमला कर वहां लगभग 1,200 लोगों की बर्बरता तरीकों से हत्या के दिया और 250 से ज्यादा लोगों को अगवा कर बंधक बना लिया था। उसी के बाद इजरायल ने युद्ध का एलान करते हुए गाजा पर हमले शुरू कर दिए थे।
56 हजार से ज्यादा फलस्तीनी मारे जा चुके हैं
इजरायली हमलों में अभी तक 56 हजार से ज्यादा फलस्तीनी मारे जा चुके हैं और गाजा की ज्यादातर इमारतें बमबारी में ध्वस्त हो चुकी हैं। बंधकों की रिहाई के लिए हमास पर दबाव बनाने के लिए इजरायल ने लगभग तीन महीने तक गाजा की खाद्य सामग्री और अन्य जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति को रोक रखी।
फलस्तीनियों पर फायरिंग की कई घटनाएं हुई
इजरायली हमलों में अभी तक 56 हजार से ज्यादा फलस्तीनी मारे जा चुके हैं और गाजा की ज्यादातर इमारतें बमबारी में ध्वस्त हो चुकी हैं। बंधकों की रिहाई के लिए हमास पर दबाव बनाने के लिए इजरायल ने करीब तीन महीने तक गाजा की खाद्य सामग्री और अन्य जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति रोक रखी।
फलस्तीनियों पर फायरिंग की कई घटनाएं हुई
इसी महीने जब सीमित आपूर्ति की अनुमति दी गई, उसमें वितरण केंद्रों पर आए फलस्तीनियों पर फायरिंग की कई घटनाएं हुई हैं। इन घटनाओं में अभी तक करीब 200 फलस्तीनी मारे जा चुके हैं।