नई दिल्ली, एजेंसी : देश की सबसे बड़ी तेल कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आइओसी) के चेयरमैन एएस साहनी ने गुरुवार को कहा कि अमेरिकी के राष्ट्रपति राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा अतिरिक्त शुल्क या टैरिफ लगाने के खतरे के बावजूद भारत ने रूस से कच्चा तेल खरीदना बंद नहीं किया।
रूसी खरीद पर कोई रोक नहीं है- आइओसी चेयरमैन
साहनी ने कहा कि आइओसी जैसी रिफाइनरियां रूस से कच्चा तेल पूरी तरह से आर्थिक पहलुओं को ध्यान में रखते हुए ही खरीदती हैं। उन्होंने कहा, रूसी खरीद पर कोई रोक नहीं है। हम खरीद जारी रखे हुए हैं।
आगे बोले कि जुलाई और इस महीने भी रूसी तेल भारतीय रिफाइनरियों को मिलता रहा है। हम आर्थिक आधार पर खरीदारी जारी रखेंगे यानी यदि कच्चे तेल की कीमत और विशेषताएं हमारी प्रसंस्करण योजना के अनुकूल हों, तो हम खरीदारी करेंगे। अप्रैल-जून तिमाही में आइओसी रिफाइनरियों द्वारा रिफाइन किए गए कच्चे तेल में रूस की हिस्सेदारी 22-23 प्रतिशत रही।
ट्रंप ने लगाया है भारत पर अतिरिक्त टैरिफ
गौरतलब है कि ट्रंप ने भारत पर रूसी तेल के निरंतर आयात करने का आरोप लगाया और पेनाल्टी के तौर पर भारत से अमेरिकी आयात पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाने की घोषणा की थी, जिससे कुल शुल्क बढ़कर 50 प्रतिशत हो गया।
25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ अभी लागू नहीं हुआ है। अन्य सरकारी पेट्रोलियम कंपनी भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) के निदेशक (वित्त) वी. रामकृष्ण गुप्ता ने कहा कि जून तिमाही में रूसी तेल की हिस्सेदारी 34 प्रतिशत रही।