बेंगलुरु,रिपब्लिक समाचार,वैशाली गायकवाड़ : कर्नाटक कांग्रेस की प्रदेश राज्य इकाई के अध्यक्ष डी के शिवकुमार ने इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया वयक्त करते हुए कहा कि जिन नेताओं को टिकट नहीं मिल पाया, उन्हें व्यक्तिगत रूप से पीड़ा पहुंची होगी,लेकिन पार्टी को कुछ जातीय समीकरण पर निर्णय लेना पढ़ता है।
शिवकुमार बोले – पार्टी फोरम में सुलझाने की करूंगा कोशिश
कांग्रेस की कर्नाटक इकाई ने प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की दूसरी सूची की घोषणा जारी कर दिया है जिसके बाद से पार्टी की राज्य इकाई के एक वर्ग में असंतोष देखा जा रहा है और कुछ नेताओं ने टिकट नहीं मिलने पर सार्वजनिक तौर पर नाराजगी जता दिया है। कुछ नेताओं ने पार्टी छोड़ने का निर्णय कर लिया है और कुछ वरिष्ठ नेताओं ने कहा है कि वे अपने शुभ चिंतको के साथ विचार-विमर्श करेंगे एवं भविष्य के कदम को लेकर निर्णय करेंगे।
कर्नाटक कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष डी के शिवकुमार ने इस घटनाक्रम पर दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि जिन नेताओं को टिकट नहीं मिल पाया है, उन्हें व्यक्तिगत रूप से कष्ट हुआ होगा, लेकिन पार्टी को कुछ जातीय समीकरण भी देखने पड़ते है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं सभी से बात करूंगा और पार्टी फोरम में सुलझाने की कोशिश करूंगा।’’ उन्होंने कहा कि पार्टी ने सर्वेक्षण रिपोर्ट और स्थानीय जानकारी के आधार पर उम्मीदवारों का चयन किया गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बिना किसी पूर्व शर्त के अन्य दलों के नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल कराया है लेकन किसी से टिकट का कोई वचन नहीं दिया गया था।
चित्रदुर्ग विधान सभा से टिकट नहीं मिलने से नाराज विधान परिषद के पूर्व सदस्य रघु अचार बोले कि वह जनता दल (सेक्युलर) में 14 अप्रैल को शामिल हो वाले है और यह सुनिश्चित करेंगे कि पार्टी चित्रदुर्ग जिले की सभी सीटों पर जीत दर्ज़ कर सके। जद (एस) नेता टी. ए. श्रवण ने अचार से शुक्रवार को मुलाकात करने के बाद कहा कि उन्होंने कोई शर्त नहीं रखी है। अब वह उनके ‘‘ सम्मान को ठेस पहुंचाए जाने’’ के कारण यह सुनिश्चित करेंगे कि कांग्रेस को जिले की सभी सीटो पर जमानत जब्त हो जाये।
एस के बसवराजन ने पार्टी से इस्तीफा देने की धमकी
इसके पहले के सी वीरेंद्र ने अचार से मुलाकात किया था और उनका सहयोग मांगा था, जिस पर उन्होंने कहा था, ‘‘अब बहुत देर हो चुकी है। मैं पहले ही 17 अप्रैल को नामांकन दाखिल करने की घोषणा कर चुका हूं। वीरेंद्र मेरे दोस्त हैं, मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं।’’ कांग्रेस के उम्मीदवारों की सूची में वीरेंद्र का नाम भी शामिल है। पार्टी सूत्रों के अनुसार,चित्रदुर्ग से टिकट के एक अन्य दावेदार एस के बसवराजन ने पार्टी से इस्तीफा देने और अपने समर्थकों की बैठक बुलाने का निर्णय लिया है, जल्द ही वह इस पर निर्णय ले सकेंगे कि उन्हें अब आगे क्या करना है।
मांड्या से टिकट मिलने की आस कर रहे के. के. राधाकृष्ण ने अपने समर्थकों से वार्ता करने के बाद पत्रकारों से कहा कि वह एक हफ्ते के लिए पूरे विधान सभा इलाके का दौरा करेंगे और फिर अपने अगले कदम को लेकर निर्णय करेंगे। राधाकृष्णन ने कहा कि वह अब भी पार्टी में हैं और वह पार्टी के वरिष्ठ नेताओं एवं उनके समर्थकों से मिलेंगे। राधा कृष्ण ने कहा, ‘‘मैं 13 अप्रैल के बाद अपने समर्थकों की बैठक करूँगा और अपने फैसले की घोषणा करुंगा।’’
कांग्रेस ने मांड्या से पी. रविकुमार को टिकट दिया गया है। वाई एस वी दत्ता को कडूर से टिकट मिलने की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं होने पर उन्होंने भी रविवार को अपने समर्थकों की एक बैठक बुलाई है। उन्होंने समर्थकों को पत्र लिखकर कहा है, ‘‘हमारे स्वाभिमान को ठेस पहुंची है।’’ इस सीट से कांग्रेस ने आनंद के एस दत्ता को उम्मीदवार बनाया गया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने 41 विधान सभा उम्मीदवारों की दूसरी सूची बृहस्पतिवार को जारी कर दिया था।