नई दिल्ली, ब्यूरो : भारत व नेपाल के बीच कारोबारी रिश्ते और मजबूत करने के लिए रूपईडीहा सीमा पर बनाए गए लैंडपोर्ट का शुभारंभ बृहस्पतिवार को पीएम नरेंद्र मोदी व नेपाल के पीएम पुष्पकमल दहल प्रचंड 11.30 सुबह वर्चुअल तरीके से करेंगे। यह कार्यक्रम नई दिल्ली में आयोजित होगा। वहीं महाराजगंज जिले के सौनौली बाॅर्डर पर बनने वाले लैंडपोर्ट का भूमिपूजन भी किया जायेगा । इसमें दोनों देशों के सीमा पर बढ़ेंगी सुविधाएं।
अंतरराष्ट्रीय सीमा होगी विकसित
अधिकारियो ने कहा कि आने वाले 25 वर्षो में इस सीमा क्षेत्र का नक्शा ही कुछ और देखने को मिलेगा। अंतरराष्ट्रीय सीमा विकसित होगी। नेपाल इंटरनेशनल ट्रांसपोर्ट, लैंड पोर्ट के एमडी आशीष गुजराल भी नेपाली साइड में रहेंगे। यह मुख्य रूप से पैसेंजर टर्मिनल होगा। बस स्टैंड, वाई-फाई, ड्यूटी फ्री दुकान भी खुलेंगीं ,जिसमें खाने पीने के चीज मिलेगी।
कार्यक्रम में लैंड पोर्ट के अधिकारी, कंसल्टेंट एके सिंह, इमीग्रेशन के डिप्टी एसपी राम अवध सिंह, मैनेजर विशाल मिश्रा, सशस्त्र सीमा बल के डिप्टी कमांडेंट अनिल यादव, मौजूद रहेंगे व स्कूली बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे। पैसेंजर टर्मिनल एडमिनिस्ट्रेशन पोर्ट इमीग्रेशन दिव्यांग लोगों के आवागमन की सुविधा में व्हीलचेयर भी रहेगी। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि 30 मीटर का अपना राष्ट्रीय ध्वज भारतीय सीमा क्षेत्र में लहराता रहेगा।
लैंड पोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के मैनेजर संदीप गुप्ता व मेंबर फाइनेंस रेखा रैकर ने कहा कि नगर पंचायत रूपईडीहा में बनाए गए लैंडपोर्ट का दोनों देश के पीएम ई-इनाॅग्रेशन करेंगे। इस दौरान नेपाल की ओर से एक ट्रक भारतीय लैंड पोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर वहीं भारतीय क्षेत्र से एक ट्रक नेपाल के नेपाल इंटरनेशनल ट्रांसपोर्ट लैंड पोर्ट को भेजा जाएगा। नेपाल में नेपाल के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहेंगे वहीं भारतीय क्षेत्र में भी भारतीय आलाधिकारियों का जमावड़ा रहेगा।
सीमा पर बढ़ेंगी सुविधाएं
संदीप गुप्ता ने कहा कि महाराजगंज जिले के सोनौली बॉर्डर में बनने वाले लैंड पोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया का भूमि पूजन भी होगा। उन्होंने बताया कि लैंड कस्टम लक्स से अब लैंड पोर्ट हो गया है यानी कस्टम का वृहद रूप हो चुका है और सुविधा भी बढ़ चुकी है। कार्यक्रम का दूरदर्शन द्वारा लाइव प्रसारण बड़ी स्क्रीन पर भी होगा। बताया गया कि 220 करोड़ से यह पोर्ट बना है। इसमें 50 मीटर चौड़ी रोड होने से शहर में भीड़भाड़ नहीं होगी। मुख्य रूप से कस्टम इमीग्रेशन, सशस्त्र सीमा बल आदि के ऑफिस भी यहां बनाए जाएंगे।
अफसरों ने बताया कि आने वाले 25 सालों में इस सीमा क्षेत्र का नक्शा ही कुछ और देखने को मिलेगा। अंतरराष्ट्रीय सीमा विकसित होगी। नेपाल इंटरनेशनल ट्रांसपोर्ट, लैंड पोर्ट के एमडी आशीष गुजराल भी नेपाली साइड में रहेंगे। यह मुख्य रूप से पैसेंजर टर्मिनल होगा। बस स्टैंड, वाई-फाई, ड्यूटी फ्री दुकान भी खुलेंगींजिसमें खाने पीने के चीज मिलेगी।
कार्यक्रम में लैंड पोर्ट के अधिकारी, कंसल्टेंट एके सिंह, इमीग्रेशन के डिप्टी एसपी राम अवध सिंह, मैनेजर विशाल मिश्रा, सशस्त्र सीमा बल के डिप्टी कमांडेंट अनिल यादव, मौजूद रहेंगे व स्कूली बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे। पैसेंजर टर्मिनल एडमिनिस्ट्रेशन पोर्ट इमीग्रेशन दिव्यांग लोगों के आवागमन की सुविधा में व्हीलचेयर उपलब्ध रहेगी। सबसे महत्वपूर्ण यह है कि 30 मीटर का अपना राष्ट्रीय ध्वज भारतीय सीमा क्षेत्र में लहराता रहेगा।